Monday, April 11, 2016

"ग़ज़ल"कहीं खो गयी !प्यार कहीं बिक गया !- पीतांबर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक) मो. न. + 919414657511.

कल मैंने टीवी के एक कार्यक्रम में पीनाज़ मसानी जी के साथ-साथ कई ऐसी हस्तियों को देखा , जो आजकल के "बिकाऊ"कार्यक्रमों में नहीं दिखाई जातीं !आजकल ना तो वो पुराना प्यार रहा है ना ही पुराने गीतकार और गायक !या यूं कहें कि आजकल वो गीत-संगीत नहीं गवाया-बजाया जा रहा जिसमे "देवीय-गुन"होते हैं !यानि "शास्त्रीय-संगीत"के अनुसार किसी "राग"पर आधारित गहरे-चोट खाये लेखक द्वारा लिखी गयी रचनाओं का आजकल जैसे कोई अकाल सा पड़ गया हो !
                            पुराने संगीतकारों की रचनाएँ कहीं सुनने को मिल जाती हैं तो ऐसे लगता है जैसे तन-मन में कोई लहर सी दौड़ गयी हो ! "सा-रे-गा-मा पा" नामक कार्यक्रम आजकल जी टीवी पर दिखाया जा रहा है !जहां संगीत से जुडी कई ऐसी हस्तियां नज़र आ जाती हैं जिससे मन को एक शान्ति का सा आभास होता है !इसी तरह कल जी टीवी पर ही "मिर्ची"म्युज़िक-एवार्ड"घोषित किये गए !आदेश श्री वास्तव जी को भी याद किया गया , तो सब की आँखों में आंसू आ गए !हमारे परिवार के सदस्य भी भावुक हो गए !एक अजीब सा जुड़ाव हो जाता है जब भी संगीत का कोई कार्यक्रम दिखाई पड़ता है !!
                       ये महत्त्व-पूर्ण नहीं होता कि अवार्ड बांटने की "प्रक्रिया"कैसी है और किसे पुरुस्कृत किया जा रहा है , मतलब तो संगीत की स्वर-लहरी छिड़ने से है !आजकल के गीतों की गन्दी शब्दावली को यहां लिख कर मैं अपने लेख को गंदा नहीं करना चाहता हूँ , क्योंकि आप सब गंदे गाने सुन ही चुके होंगे !इनको सही ठहराने का ऐसे गंदे गीत बनाने वालों के पास एक ही तर्क होता है कि देश की जनता यही चाहती है तभी तो ऐसे गीत हिट होते हैं ,तभी तो सभी शादी-ब्याहों में यही गीत गाए और बजाये जाते हैं !!इसीलिए हम जैसे लोगों को भी चुप रहना पड़ता है जी !
                          समय का चक्र अवश्य घूमेगा ! फिर से रास भरे गीत और ग़ज़लें अच्छे संगीत हमें सुनने को अवश्य मिलेंगीं ऐसी मुझे सम्पूर्ण आशा है ! और आपको........?????????????????  अपने विचारों से हमें अवश्य अवगत करवाएं , हमारे ब्लॉग पे अपने अनमोल कॉमेंट्स लिख कर !!अंत में एक गीत की दो लाइनों के साथ अपनी बात को समाप्त करना चाहूँगा  कि -- "हम हैं मताए कुचाओ  , बाज़ार की तरह , उठती है हर नज़र खरीदार की तरह........ !!!!!
                  " 5TH PILLAR CORRUPTION KILLER " THE BLOG .

 प्रिय मित्रो , सादर नमस्कार !! आपका इतना प्रेम मुझे मिल रहा है , जिसका मैं शुक्रगुजार हूँ !! आप मेरे ब्लॉग, पेज़ , गूगल+ और फेसबुक पर विजिट करते हो , मेरे द्वारा पोस्ट की गयीं आकर्षक फोटो , मजाकिया लेकिन गंभीर विषयों पर कार्टून , सम-सामायिक विषयों पर लेखों आदि को देखते पढ़ते हो , जो मेरे और मेरे प्रिय मित्रों द्वारा लिखे-भेजे गये होते हैं !! उन पर आप अपने अनमोल कोमेंट्स भी देते हो !! मैं तो गदगद हो जाता हूँ !! आपका बहुत आभारी हूँ की आप मुझे इतना स्नेह प्रदान करते हैं !!नए मित्र सादर आमंत्रित हैं ! the link is - www.pitamberduttsharma.blogspot.com.  , गूगल+,पेज़ और ग्रुप पर भी !!ज्यादा से ज्यादा संख्या में आप हमारे मित्र बने अपनी फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज कर !! आपके जीवन में ढेर सारी खुशियाँ आयें इसी मनोकामना के साथ !! हमेशां जागरूक बने रहें !! बस आपका सहयोग इसी तरह बना रहे !!
मेरा मोबाईल नंबर ये है :- 09414657511. 01509-222768. धन्यवाद !!आपका प्रिय मित्र ,
पीताम्बर दत्त शर्मा,
हेल्प-लाईन-बिग-बाज़ार,


1 comment:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (12-04-2016) को "ज़िंदगी की किताब" (चर्चा अंक-2310) पर भी होगी।
    --
    सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
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    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
    सादर...!
    डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...