Sunday, June 8, 2014

ममता जी-! संघ अथवा बीजेपी विचार परिवार को हिंसा से दबाया नहीं जा सकता-----------!




                        ममता बनर्जी की परेशानी हम समझ सकते हैं वे बहुत परेशान हैं आखिर वे एक प्रकार से कांग्रेसी ही हैं जो सत्ता मे बने रहना अपना अधिकार समझते हैं ममता जी की कोई विचार धारा नहीं है केवल बंगलादेशी घुसपैठिए जो भारतीयो के अधिकारो का हनन कर रहे है जो भारतीय संस्कृति को समाप्त करने पर तुले है आए दिन हिन्दू लड़कियों का अपहरण, आये दिन हिन्दू त्यवहारों पर उत्पात मचाना और ममता सरकार उन बंगलादेसियों पर मेहरबान होना हिन्दू समाज का जीना दूभर करना सरकार की नियति सी हो गयी है, ममता जी मार्क्सवादी हिंसा को अपनाकर सत्ता पर बनी रहना चाहती है सायद उन्हे पता नहीं की सोवियत रुश मे पाँच करोण लोगो की हत्या के पश्चात लेनिन, स्टालिन जैसे तानाशाहों का साम्राज्य समाप्त हो गया आज रुश मे मार्क्स, लेनिन और स्टालिन जैसे लोगो के स्टेचू तक नहीं मिलेगे जनता उन्हे उखाड़ कर फेक दिया ममता जी आप तो कुछ भी नहीं है।
        ममता जी लोकसभा चुनाव को लेकर घबड़ा गईं हैं नरेंद्र मोदी की कम्पेनिंग ने उनका ब्लेड् प्रेशर  बढ़ा दिया है वे राजनैतिक प्रतिद्वंदीता नहीं करना चाहती क्योंकि लोकतन्त्र मे विसवास नहीं, ममता कोई विचार वाली नेता नहीं की उन्हे कोई धैर्य हो ये सेकुलर के नाम पर केवल बांग्लादेसियों की सुरक्षा कर अपना वोट बैंक मजबूत करना वे यह नहीं जानती कि यः देशद्रोह है और कभी न कभी हिन्दू प्रतिकृया भी करेगा आखिर उसकी नशों मे वंकिम चंद, महर्षि अरविंद, सुभाष बाबू और डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी, बिपिनचंद पाल जैसों का खून बह रहा है कभी तो उबाल लेगा -!
                                                  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का काम वैचारिक है आप किसी विचार को हिंसा के बल दबा नहीं सकते, इस वर्ष लोकसभा चुनाव मे बीजेपी को 17% से अधिक मत मिला जो पिछले चुनाव से ग्यारह प्रतिशत से जादे है ममता जी पार्टी को 39% मार्क्सवादी को 22% और कांग्रेस को केवल 9% वोट मिला है बीजेपी बंगाल मे तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है लोकसभा मे बीजेपी को दो सीटों विजय प्राप्त हुई, तीन सीटों पर दूसरे स्थान पर रही आठ सीटों मे उसे दो लाख से अधिक वोट मिला इस आधार पर 24 बिधान सभा मे प्रथम, पचीस बिधान सभा क्षेत्रो मे दूसरे स्थान पर रही है यह महारानी के लिए खतरे की घंटी है, ममता ने घोषणाकी कि मै गो मांस खाती हूँ अरे मुसलमानो को खुश करने के लिए आप टट्टी भी खाइये हमे क्या ? बिहार मे मुसलमानो को खुश करने के लिए नितीश ने यही सब किया था क्या हुआ एक भी मुसलमान ने उन्हे वोट नहीं दिया-!
                                       यह कौम जब देश की नहीं तो आपकी कैसे हो सकती है, दीदी जी ने कहा यदि मै दिल्ली की सत्ता मे होती तो हत्यारे मोदी को रस्सी मे बांधकर जेल मे डाल देती आप हिन्दू बिरोध के नाम पर देशद्रोह कर रही है एक दिन जनता उसकी सज़ा जरूर देगी  ।
          ममता जी ! लोकसभा चुनाव मे बंगाल मे जिस प्रकार से बीजेपी उभरी है राज्य के राजनीतिक बदलाव की दस्तक दे रही है नरेंद्र मोदी ने हिन्दुओ की दुखती रग पर हाथ रख दिया है उन्होने अपने भाषण मे कहा की पड़ोसी देश मे हिन्दू प्रताड़ित किया जाएगा तो कहा जाएगा वह तो भारत मे ही आयेगा वह शरणार्थी है लेकिन 1971 के पश्चात जो मुसलमान आए वे घुश्पैठिया हैं मोदी ने जिस दृढ़ता से यह मुद्दा उठाया उसकी परिनिती असम से बंगाल तक वोट के ध्रुबिकरण के रूप मे हुई है, चुनाव के पश्चात जिस प्रकार से तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने बीजेपी के कार्यकर्ताओ पर हमले किए है जिसमे बीस कार्यकर्ताओ को गोली लगी है दो सौ से अधिक लोग घायल हुए हैं यह उनकी हतासा का ही परिणाम है, क्या बीजेपी चुप बैठेगी-? नहीं उसने अपना प्रतिनिधि मण्डल भेजा और यह संदेश दिया की अपने कार्यकर्ताओ के साथ खड़ी रहेगी अब नेतृत्व बदल गया है संघ वैचारिक युद्ध मे जीतेगा ही जब दुनिया मे बड़े-बड़े वामपंथी तानासाह समाप्त हो गए तो ममता जी आप क्या हैं--? आपका भी समय आ गया है आने वाले बिधान सभा चुनाव मे बीजेपी या तो सत्ता मे होगी अथवा बिपक्ष मे बैठेगी।

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