Sunday, March 25, 2012

" हमारा मान - " गुरदास मान "! !

माननीय सखियों और सखाओं , मान भरा नमस्कार स्वीकार करें जी , 
                             कल रात P.t.c. चेनल पर पंजाबी म्युज़िक अवार्ड का कार्यक्रम देखा । उसमे लगभग सभी नए और पुराने पंजाबी गायक,लेखक,म्युज़िक डायरेक्टर , रिकार्ड कम्पनियों के मालिक और हज़ारों की संख्या में दर्शक भी पधारे हुए थे । हम जैसे पूरे विश्व में लोग टेलिविज़न पर भी देख रहे थे ।पूरे प्रोग्राम का हमने भरपूर आनंद उठाया ।
                                      इस प्रोग्राम की असली अट्रेक्शन थी पूरे विश्व में अपनी ख्याति के झंडे गाद देने वाला मशहूर अदाकार,लेखक,फिल्म मेकर और गायक " गुरदास - मान । पूरी जनता उन्हें पिछले चालीस सालों से देख व् सुन रही है । उनकी लेखनी में इतना दम है की लोग अपनी जगह पर ऐसे बैठ जाते हैं देखने और सुनने हेतु की जैसे किसी ने कोई "गम " लगा कर बिठा दिया हो । कोई न कोई सन्देश अवश्य होता है उनकी गायकी और लेखनी में । और वो उस सन्देश को दर्शकों और श्रोताओं के अन्दर तक पंहुचाने में कामयाब भी होते हैं हमेशा । उनका जादू सर चढ़ कर बोलता है । कई प्रशंसक उन्हें " पंजाबी - अमिताभ " भी कहते हैं !! ऐसा ही कल हुआ जैसे ही उन्होंने गाना शुरू किया तो हम सब दर्शक झूमने लगे उनके इस गीत पर की " सुनद! जायीं जवाना , गल तेरे मतलब दी ......!!इसके बाद उन्हों ने गाया रोटी हक़ दी खाइए जी , चाहे बूट पालिशान करिए .....!! फिर दर्शकों की पसंद पर मशहूर " छल्ला " भी सुनाया !! उम्र का ढलवां पण भी थोडा - थोडा नज़र आ रहा था लेकिन स्टेज को आज भी जमाने में वो उस्ताद हैं !! वो भी ऐसे रतन हैं जिन्हें लता जी की तरह गायन में " भारत - रत्न"मिलना चाहिए ! मैं इस " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " नामक ब्लाग और ग्रुप के ज़रिये सब फेस - बुक मित्रों को प्रार्थना करता हूँ की आप भी इसे शेयर करें या अपने शब्दों में श्री गुरदास मान साहिब हेतु भारत सरकार से भारत - रत्न दिए जाने की इच्छा ज़ाहिर कीजिये !!धन्यवाद !!

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