Monday, March 19, 2012

" मनमोहन जी का पीठ ठोकना सही , या नरेंद्र मोदी जी की नमस्ते सही "....????

सदाचार के सभी समर्थक मित्रों को मेरा सादर नमन !
                          कल एक अजीब घटना हुई ! गुजरात के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री मन नरेंद्र मोदी जी से एक कार्यक्रम में घपले - बाज़  सुरेश कलमाड़ी ने हाथ मिलाना चाहा तो उन्होंने आगे से नमस्ते कर दी । जिसे मिडिया ने हमेशा की तरह अपना फ़र्ज़  निभाते हुए जग जाहिर कर दिया । 
                         मन में  एक हलचल सी मच गयी ...। क्योंकि कुछ समय पहले हमारे माननीय प्रधान मंत्री जी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री  " राजा " के घोटालों में फंसने की रिपोर्टों के बावजूद मिने पर न केवल हाल चाल पूछा , बल्कि उसकी पीठ भी ठोंक दी । ये दृश्य भी मिडिया ने दिखा दिया और अपना धर्म पूरा कर दिया लेकिन बोला कुछ भी नहीं ???? हम भी नहीं बोले क्योंकि कल घटी इस घटना  से पहले सब कुछ भी हो जाने के बावजूद " गलबहियां " दाल कर मिलते थे देश की सभी पार्टियों के नेता ???? 
                    " मनमोहन जी का पीठ ठोकना सही , या नरेंद्र मोदी जी की नमस्ते सही "....???? ये प्रश्न हमारे ज़हन में रात भर कोंधता रहा की दोनों में से किसका व्यवहार सही है .....??? हमने सोचा की सुबह ये सवाल हम अपने फेस - बुक मित्रों के सामने रखेंगे और उनसे पूछेंगे की बे - ईमान लोगों को पुचकारा जाना सही है या दुत्कारना सही है ?????
            आप सब अपने अनमोल विचार हमारे ब्लाग या ग्रुप पर जा कर बे झिझक लिख सकते हैं । आपको हमारा लेख पसंद आता है तो आप उसे अपने मित्रों के साथ बाँट भी सकते हैं  बिलकुल फ्री ----!!!!
            अगर मोदी जी जैसा आचरण हम सभी करने लग जाएँ तो चोरी ठगी करने वाले को प्रोत्साहन तो नहीं मिलेगा ......??? पहले तो लोग ऐसे बे - ईमानों का " हुक्का - पानी बंद " कर दिया करते थे !! और आजकल चोरों के साथ हम भी बैठ कर चाय पीने में अपनी शान समझते हैं ( चाय ,शब्द का प्रयोग मैंने शिष्टाचार वश किया है , लोग तो सोम रस ही पीते हैं )                   " 5th pillar corrouption killer " नामक ब्लाग और ग्रुप के पाठक भी हमारे साथ जुड़ सकते हैं । आज ही ज्वाइन करें !! और बोलो ....जय ...श्री .....राम .....!! 

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