Friday, March 30, 2012

" कहाँ कहाँ घुस चुके हैं .." इटली,चाईना,पाकिस्तान,और अमेरिका "...??

सरप्राईज़ प्रेमी मित्रो , " अचानक वाला नमस्कार स्वीकार करें !! हम सब भारत वासी सरप्राईज़ प्रेमी हैं , चाहे हमारा कोई मित्र हो या दुश्मन , वो जब हमें अचानक आकर झिंझोड़ता है , तभी हम जागते हैं ...की ओहो तुम हो ....???                                         
                        न जाने कितनी दफा हमें हमारे दुश्मनों ने हमें सरप्राईज़ दिया है , वो कभी नेपाल, बांगला देश ,पाकिस्तान से आते हैं तो कभी और कंही से !! पिछले दिनों हमारी समुद्री सीमा में जबरदस्ती घुसे हुए एक इटली के जहाज़ से इटली के सैनिकों ने हमारे मछुआरे मार दिए ...... हमारी निकम्मी सरकार उनसे " प्यार और दुलार से पूछ रही है जी आप यंहा कुन और कब आये ...??? हमारे आदमियों को क्यों मारा ??? अब हमें बताइये न हम किसपर केस करें ....??? क्योंकि दिखावे के लिए हमें कुछ तो करना पड़ेगा न .....???? ऐसे सोनिया गांधी जी के दर से गिडगिडा रहे हैं हमारे सुरक्षा अफसर और विदेश मंत्रालय के लोग क्यों ......???

                                          आज कल भारत में इटली का सामान भी भारत में बहुत बिकने लगा है !! पहले भी जिन्होंने हमारे देश को गुलाम बनाया था , वो व्यपारी बन कर ही आये थे ...!! हमारी करंसी पर भी इटली के निशाँ और उनके लीडरों के फोटो भी छपने लगे हैं क्यों ....???? कहाँ - कहाँ तलक घुस चुके है हमारे दुश्मन और हमें " सरप्राईज़ " देने को तैयार बैठे हैं ...!! मेरी इस लेख और हमारे ब्लाग "5TH PILLAR CORROUPTION KILLER "के मंच से सभी देश भगतों और सुरक्षा एजेंसियों से निवेदन है की कृपया चौकस रहें और भारत को आने वाली सभी मुसीबतों से बचाएं ....मंत्री तो हमारे किसी काम के नहीं हैं !! अगर वो कोई काम करते हैं तो हमें दिखाई क्यों नहीं देते कोई काम करते हुए .......कोई तो बताये ......आज ही लाग आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. और अपने अनमोल विचारों से हमें अवगत  करवाएं ...!! हम चाहते हैं की आप सबसे हमारा संवाद कायम हो और हम सब मिलकर देश में खुशियाँ ला सकें ..!! धन्यवाद !! जय - माता - की ......जय हो !!
                        जाते - जाते एक गीत की दो पंक्तियाँ .. पेश है ......" उस मुल्क की सरहद को कोई छु नहीं सकता ....., जिस मुल्क की सरहद की निगेहबान हैं आँखें .....!! 

" कराहता - तडपता , कार्यकर्ता और " मौज उड़ाता " नेता "....???

तडपते रहने वाले सभी मित्रों को हमदर्दी वाला नमस्कार !! जी हाँ , कोई प्यार में तड़प रहा है तो कोई किसी की ख़ुशी से तड़प रहा है ! कोई वियोग में तड़प रहा है तो कोई अभियोग से !! कोई दुःख से तड़प रहा है तो कोई किसी के सुन्दर मुख को देख कर तड़प रहा है !
                      लेकिन कई ऐसे विचित्र प्रन्नी भी हैं इस संसार में जो गलत काम क्यों हो रहा है इस लिए दुखी हो कर तड़प रहे हैं !! उनका सोचना ये है की जिसके साथ जो घट  रहा है वो उसकी गहराइयों  को नहीं समझ रहा ,इस लिए वो शोर मचाता है की ओये भले मानुष उठ तेरा नुक्सान हो रहा है , लेकिन वो अपनी मस्ती में मस्त है !! 
                               ये लोग होते हैं ..." विश्लेषक , पत्रकार , सलाहकार ,प्रवक्ता और कार्यकर्ता !! आज हम सिर्फ "राजनितिक कार्यकर्ताओं " की ही बात करेंगे !! भारत में जितने भी राजनितिक दल हैं उनके नेता सारे कार्यकर्ताओं को एक ही बात कहते हैं की " कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ की हड्डी हैं , कार्यकर्ताओं से ही पार्टी चलती है !! आप निष्ठा पार्टी और उसके असूलों के प्रति बनाये रखिये , आपको कभी न कभी अवश्य मौका मिले गा " । 
                                   ऐसे सब्जबाग दिखाकर हर पार्टी के बड़े नेता उन कार्यकर्ताओं से न केवल अपना और अपनी पार्टी के सारे काम करवाते हैं बल्कि सदस्यता अभियान या और ना जाने किस किस बहाने से उस से चन्दा भी बटोरते रहते हैं । और तो और अपना स्वागत भी करवाते रहते हैं !! चाहे कार्यकर्ता प्रदेश या केंद्रीय कार्यालय जाये , या कोई केंद्रीय या प्रादेशिक नेता कार्यकर्त्ता के शहर में जाए , पैसा तो कार्यकर्ता का ही लगता है !! इसके इलावा कोई बहनजी का जनम - दिन मनाता है , कोई युवराज का , कोई राम मंदिर बनवाता है तो कोई  हाथी पार्क !! सभी प्रदेशिक व केंद्रीय नेता कमोबेश इसी तरह से अपना राजनितिक जीवन "आनंद " से  व्यतीत कर रहे हैं और बिना कोई काम किये एक नंबर के करोड़ों हर साल कमा लेते हैं ....कैसे ???
                               दूसरी तरफ अब " निष्ठावान कार्यकर्ता " का जीवन चरित्र देखें ...!! नौजवानी में किसी दल से जुड़ता है , वंहा के किसी पार्टी के वरिष्ठ या कनिष्ठ नेता से उसका संपर्क होता है एक दो साल तो उस से जयादा मेहनत  के काम करवाए जाते हैं फिर अगर तो वो अपने नेता की तरह शरीफ या बे-इमां होता है तो उनकी पटरी बैठ जाती है अगर किसी के भी गुण नहीं मिले तो नेता अपना कोई और कार्यकर्त्ता ढूढ़ लेता है और कार्यकर्त्ता कोई दूस्रानेता या पार्टी ढूंढ लेता है । जीवन के दस - पन्द्रह साल तो ऐसे ही गुज़र जाते हैं !! फिर जागती है कार्यकर्ता की "महत्वकांक्षा " !! जो की स्वभाविक सी बात है ! तब असली राजनीति शुरू होती है !शरीफ कार्यकर्ता तो  यही सोचकर चुप रहता है की नेता जी के मन में अपने आप भावना जागे गी और वो मुझे कोई पार्टी में जिम्मेदारी सोम्पेंगे या कोई चुनाव लड़वाएंगे !! इसी उधेड़ बुन में फिर कुछ साल बीत जाते हैं ! इस दौरान वो शरीफ और निष्ठावान कार्यकर्ता देखता है की कोई उस से बाद में पार्टी में शामिल हुआ और उसी नेता को , कोई लालच दे कर या अपनी जाती का वर्चस्व दिखाकर तुरंत पार्टी में वो स्थान प्राप्त कर लेता है जो " निष्ठावान कार्यकर्त्ता कई साल काम करने से भी नहीं प्राप्त कर  सका था !! सरकार द्वारा दिया जा रहा आरक्षण भी " कोढ़ में खाज वाला काम कर रहा है " !! क्योंकि नेताओं ने यंहा भी हेरा फेरी कर राखी है , वो ऐसे की विधान सभा और लोक सभा में तो आरक्षण का चक्कर नहीं चलता , लेकिन नगर - पालिका , जिला परिषद् और पुन्चायत समिति स्टार पर आरक्षण का फेरा लगा रख्खा है ! जिस से स्वर्ण जाती के लोग ज्यादा पीड़ित हैं क्योंकि आरक्षित जातियों के लोग तो हर जगह से चुनाव लड़ सकते हैं लेकिन स्वर्ण जाती के नहीं , इसके साथ " महिला, ओ.बी.सी., एस . सी. फिर जनरल यानी हर पांच साल बाद चुनाव हुए तो स्वर्ण जाती को एक बार मौका नहीं मिला तो उसका नंबर तो अगले बीस सालों तक गया ..! तब तलक वो जिन्दा भी रहता है या नहीं क्या पता क्योंकि आजकल ओसत उम्र भी तो मात्र 60.साल रह गयी है ! बेचारा चालीस का तो हो ही चूका होता है टिकट पाने लायक बन्ने में , अपनि  पार्टी में !! 
                                 कोई भी पार्टी अपने कार्यकर्त्ता को चंदे का हिसाब कभी भी नहीं देती ...पता नहीं क्यों ??? अप कहोगे की आपने सरे नेताओं को एक ही पलड़े में तोल दिया ...ऐसा थोड़े ही होता है हमारे देश में बहुत से शरीफ नेता हैं ...!! तो मित्रो मैं भी मानता हूँ की सरे नेता चोर या बे - ईमान नहीं हैं लेकिन ये तथा कथित इमानदार नेता जब अन्याय हो रहा होता है किसी कार्यकर्त्ता के साथ तो ये समझदार बन कर अपना मुंह बंद कर लेते हैं ...महाभारत के भीष्म पितामह की तरह और " चीर हरण " होने देते हैं ...?? इस लिए ये बाकी बचे शरीफ नेता भी उतने ही दोषी हैं जितने भ्रष्टाचार करने वाले ...???
               अब ताज़ा घटना क्रम ही देखलो ...जी ऐसे शरीफ प्रधान मंत्री जी को क्या हम चाटें ....जो किसी बुरी बात पर बोलता ही नहीं ...??? कभी उसे " गठबंधन - धर्म " रोकता है तो कभी कोई और मजबूरी ......???? तो जनता सबको चोर क्यों नहीं कहे ...बताइये आप ??? सेना के एक इमानदार अफसर के ब्यान से हमारे रक्षा मंत्री जी चित हो गए हैं ... सारा देश कुछ ना कुछ बोल रहा है लेकिन वह रे मेरे मनमोहन " दब्बू - कर्मचारी " की तरह चुप  ही मारे बैठा है क्यों ...?? 
                              इस देश को चाहे थोड़े वक्त के लिए ही सही लेकिन एक "सच्चा देश भगत ..तानाशाह " चाहिए जो एक या दो साल में सब सिस्टम दुरुस्त कर फिरसे सच्चे लोकतंत्र की स्थापना करे ।। क्यों मित्रो आपका क्या कहना है इस बारे मैं ...हमेशा की तरह आप हमारा ब्लाग या ग्रुप खोलिए , जिसका नाम है :-" 5th pillar corrouption killer " या लाग आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. आपके अनमोल विचारों को हम सहेज कर रखना चाहते हैं इस लिए आप हमारे ब्लाग पर जाकर ही लिखें । अगर आपको हमारे लिखे लेख पसंद आते हैं तो इन्हें आप ख़ुशी से प्रिंट भी कर सकते हैं और अपने दोस्तों से शेयर भी । तो आज ही हमारे ब्लाग को ज्वाईन करें ! धन्यवाद !! बोलिए जय माता की !! 

Wednesday, March 28, 2012

" यंही आकर धर्म और जाती , ज़हर बन जाता है समाज हेतु "! !? ?

कई तरह के " ज़हर " से परिचित मेरे अनुभवी मित्रो,                    "ज़हर भरा "नमस्कार स्वीकार करें !!
वो इसलिए क्योंकि  साईंसदान  कहते हैं की ज़हर का इलाज़ भी ज़हर ही है !! लेकिन आज मैं जिस ज़हर का ज़िक्र करने जा रहा हूँ , उसका इलाज कोई ज़हर नहीं कर सकता .....!! सिर्फ " प्रेम-प्यार और सद्भावना ही इसका मरहम हो सकता है ....या समय बलवान होता है वो भुला देता है ......!! लेकिन वाह  रे !! हमारा मिडिया ......... वो किसी भी ज़ख्म को भरने ही नहीं देता ....झट से प्रोग्राम बना कर दिखा देता है .....गुजरात के दस साल .....!! या क्यों मारी गयी इंदिरा जी - राजिव जी ....आदि-आदि !! 
                           किसी को किसी जुर्म की सज़ा मिलनी है या नहीं मिलनी , कितनी और कब मिलनी है ???? इन सब कार्यों हेतु हमारे चार स्तरीय न्यायालय हैं और उनसे भी ऊपर हमारी महामहिम राष्ट्रपति महोदय हैं । जनता तो जिस केस का जैसा भी फैसला हो गया , उसे अपने सर - आँखों पर रख कर मान लेती है लेकिन ये नेता और मिडिया ही है जो आरोप तय होने से पहले से लेकर ......फैसला आने तक अपनी ......".टांग.." फंसाए रखते हैं ....????
                           ऐसा ही एक केस है पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सरदार बेअंत सिंह जी सहित 17. अन्य जनो की हत्या का ..!!मैं इस बात को विस्तार से जानते हुए भी नहीं लिखूंगा की ये क़त्ल क्यों हुए और इनके पीछे "असली कातिल " कौन लोग थे ???क्योंकि अगर मैंने ये सब लिख दिया तो मेरे और भड़काने वाले मिडिया में फिर क्या अंतर रह जाएगा ????? मुझे तो अब जो सिख धर्म द्वारा अकाल तखत से जो घोषणा करके ये जो आन्दोलन हुआ है वो खतरनाक नज़र आ रहा है !! अगर ये आन्दोलन देश में लगने वाली सभी फांसियों को रद्द करने हेतु चलाया जाता ...तो मानव अधिकारों या दया का कारण बन जाता ....और इसे देश विदेश से और अधिक समर्थन मिल जाता ???? लेकिन क्योंकि ये सिर्फ एक " सिख "  हेतु आन्दोलन था ...इस लिए ज़हरीला होप गया ....??? यही नहीं इसको कामयाब करने हेतु ऐसे-ऐसे संगठनों के नाम आगे आये जिस प्रकार के नाम ..पंजाब में उग्रवाद के समय में देखने को आते थे !! 
                         इसी लिए कई नेता और मीडिया वाले इस सच्चाई को जानते-समझते हुए भी लिख नहीं पा रहे हैं क्यों की वो सरदारों के " पीले-पट्कों और साफों " से डरते हैं !! शायद ऐसा ही ऐसे नामों वाले संगठन चाहते भी हैं । मैं दिल की गहराइयों से राजस्थान की " राजस्थान-पत्रिका " को नमन करता हूँ जिसने इस विषय पर विस्तार से लिखा है !! बाकी समाचार - पात्र मैंने पढ़े नहीं और सभी चेनलों के कार्यक्रम देखे नहीं इसलिए जिसने भी इस विषय पर न्याय पूर्वक लिखा या बोला है वो साधुवाद के पात्र हैं !!
                                पूर्व राष्ट्रपति और देश के महान साईंस दान श्री अब्दुल कलाम आज़ाद जी ने एक बार कहा था की "अगर हर माता-पिता,गुरु और नेता दृढ निश्चय करलें तो देश अवश्य सुधर जाएगा "!!!! लेकिन चोर ,गुंडे , भ्रष्टाचारी आम आदमी पर इतना दबाव बना देते हैं की सब या तो चुप हो जाते हैं या गोल-मोल बोलने लगते हैं !! कुछ - कुछ ऐसा ही काम हमारे देश में अब धर्म और जातियों के ठेकेदार करने लगे हैं जिस से वो अपना प्रभुत्व दिखाना और जमाना चाहते हैं ....!!!! लग-भग सारे धर्म समय - समय पर ऐसा कर चुके हैं  इस लिए मैं किसी धर्म या जाती विशेष का नाम नहीं लिखूंगा और न ही वो कार्य क्यों किया गया ये विस्तार से बताउंगा , क्योंकि आप लोग वो सब तो जानते ही हो !! 
                                      लेकिन मैं पुरजोर तरीके से ऐसे आंदोलनों का विरोध अवश्य करूँगा के ऐसे धार्मिक और जातियों के आन्दोलन सख्ती से देश में बंद किये जाने चाहियें क्योंकि यही वो ज़हर है जिसे हम " साम्प्रदायिकता " के नाम से जानते हैं और साम्प्रदायिकता का नाम लेकर और उससे जनता को डराकर नेता लोग अपना , मीडिया अपना और धार्मिक अगुआ ...मोलवी,ब्रह्मण,ग्रंथि,पादरी अपना हित साधते हैं ......और भावुक जनता कभी क़त्ल करके मरती है , कभी दंगाइयों की चपेट में आकर मरती है तो कभी आंदोलनों में दुर्घटनावश मरती है ........???????



                         तो कहिये मित्रो , आपका इस विषय पर क्या कहना है ...??? निर्भय हो कर आप अपने विचार हमारे ब्लॉग या ग्रुप पर जाकर टाईप कर सकते हैं ....जिसका नाम है .."5th pillar corrouption killer " जिसको खोलने हेतु लाग आन करें .. www.pitamberduttsharma.blogspot.com. ज्यादा जानकारी  हेतु  संपर्क करें :- पीताम्बर दत्त शर्मा , १/१२० आवासन मंडल कालोनी , सूरतगढ़ ।  

" महान इकोनोमिस्ट ,आहलुवालिया जी ," सिफर " लगानी भूल गए "..!!??

सिफर की कद्र जान्ने वाले सभी मित्रों को , मेरा हार्दिक नमस्कार !!
                           भारत को ये गर्व प्राप्त है की " सिफर" का आविष्कार भारत के लोगों ने ही किया था !! और ये भी सच है की सिफर लगाना या  ना लगाने की भूल भी सबसे ज्यादा भारतीय लोग ही करते हैं !! पिछले दिनों संसद में भारत के योजना आयोग के उपाध्यक्ष सरदार मोंटेक सिंह जी आहलुवालिया ने एक रिपोर्ट पेश की , जिसमे उन्होंने देश को बताया की शहर में 32/-रूपये और गाँव में 26/- रूपये जो व्यक्ति कमाता है , उसे गरीबों वाली सुविधा उपलब्ध नहीं करायी जाएगी !!
                                 मिडिया ने इसे इस तरह पेश किया की , 26/-व 32/- रूपये से ज्यादा कमाने वाला व्यक्ति अमीर है !! इस शोर को जब मध्यम दर्जे के लोगों ने सुना तो उनको बहुत बुरा लगा !!दरअसल में इस देश में ना तो आमिर को किसी सहायता की आवश्यकता है और ना ही ज्यादा गरीब को क्योंकि साड़ी योजनाएँ इस 26/-व 32/- रूपये वाले लोगों हेतु ही बनायी गयीं हैं जिनका उन्हें लाभ भी मिल रहा है ! 
                       मर तो " मध्यम दर्जे " वाला है , जैसे दो पाटन में घुन पिस्ता है वैसे ये बेचारा पिस रहा है !!असलियत ये है की अगर बताई गयी राशि में एक सिफर और लगा दी जाए यानी 260/-व 320/-रूपये रोजाना की आमदन को किसी सहायता योजना की सीमा बना दिया जाये तो जनता को साड़ी बातें पसंद आ जायेंगी !! 
                                     क्या मध्यम दर्जे का व्यक्ति इस देश का निवासी नहीं है ???? उसके हित हेतु किसी योजना का निर्माण कोई भी सरकार क्यों नहीं करती ???? उसकी हालत को कोई नेता क्यों नहीं समझता ?????? जिसे रहन-सहन तो अमीरों जैसा रखना पड़ता है और आमदन उसकी कई बार तो B.P.L.वालों से भी कम होती है !! आज भी आप भारत के किसी भी कसबे या शहर में जाकर देखलो हर जगह आपको अनपढ़ आदमी तो 250/- रूपये से कम नहीं मिलेगा , वन्ही पढ़ा-लिखा आदमी आपको मात्र 80/- रूपये रोज़ की मजदूरी पर ख़ुशी-ख़ुशी काम करता मिल जाएगा !! 
                             यही वो अंतर है जो सरकार को पाटना चाहिए लेकिन अब तक किसी भी पार्टी की सरकार ने इस और ध्यान नहीं दिया है क्यों .......आप ही सोच कर हमें इस ब्लाग और ग्रुप में अपने अनमोल विचारों को लिख कर बताएं । जिसका नाम है :- "5TH PILLAR CORROUPTION KILLAR " इसके आप सदस्य बने और आज ही ज्वाईन करें !! नए लेखक भी सादर आमंत्रित है जो इस ब्लाग पर अपने लेख लिख सकते हैं ...ज्यादा जानकारी हेतु संपर्क करें :- पीताम्बर दत्त शर्मा , हेल्प-लाइन -बिग - बाज़ार , पंचायत समिति भवन के सामने , सूरतगढ़ । जिला श्री गंगानगर , राजस्थान !! मो.न.०९४१४६५७५११. या लाग आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com. 

                 शायद  सरदार जी , सिफार लगाना भूल गए .........???????????? बोलो जय माता की !! 

Tuesday, March 27, 2012

"मान - करो , हमारा - सन्मान करो "...भारतीय नेता !

मान -सन्मान की चाहत नहीं रखने वाले सभी वास्तविक माननीय मित्रों को सन्मान भरा मेरा नमस्कार !!
                              जी हाँ मित्रो , ये मान -सन्मान भी बड़ी अजीब चीज़ है ,न तो ये पैसे से खरीदा जा सकता है और ना ही ये मांगने या चाहने से मिलता है !! कहावत तो ये भी है की हर व्यक्ति की इज्जत उसके अपने हाथ में ही होती है !! लेकिन नेता और अमीर इस मान - सन्मान को जनता से जबरदस्ती पाना चाहते हैं !! ना जाने कितने वर्षों पहले से ग्रंथों में लिखा हुआ है की मनुष्य को ऐसे कर्म करने चाहियें , जिस से समाज में उसका एक महत्त्व पूर्ण स्थान हो और मान - सन्मान हो !!परलोक में यही साथ जाना है ! मुकेश जी का एक बहुत ही प्यारा सा गीत याद आ रहा है की , " सजन रे झूठ मत बोलो , खुदा के पास जाना है , ना हाथी है ना घोड़ा है , वंहा पैदल ही जाना है .....!!
                             मगर आज कल के  " नेता " चाहे वो किसी भी पार्टी के हों , चाहे वो छोटा या बड़ा हो , सब  पहले ही दिन यानी जब से वो कोई चुनाव जीत जाते हैं तब से ....." पैसा कैसे बनाया जाए " बस यही सोचते हैं !! इसी लिए चुनावों पर लाखों से कम तो खर्चा ही नहीं होता ......????? जितने के बाद शुद्ध व्यपारी की तरह दोगुना - चोगुना वसूलने की चाहत हर नेता के मन में पायी जाती है !! संसद में इसी बात पर बवाल मचा हुआ है की सबको चोर क्यों कहा गया , सबको बलात्कारी क्यों कहा गया और सब को बे-ईमान क्यों कहा गया ???? 
                                           मैं बताता हूँ क्यों कहा गया ??? सुनिए नेता जी , सबको इस लिए कहा गया , क्योंकि हिसाब का फार्मूला है की अगर 50% से ज्यादा लोग बे-ईमान,भ्रष्टाचारी हैं तो सब ही बोला जाता है !! जनता ने देखा पिछले 15 सालों में कभी एक पार्टी दूसरी पार्टी से समर्थन देने की कीमत में मंत्री पद मांगती है तो कभी सीधे रुपये ....?? पार्टियों के धनि ( अध्यक्ष ) अपने ही कार्यकर्ताओं से "पार्षद ,विधायक, चेयरमेन ,सांसद की टिकट देने हेतु धन लेते हैं "??? निष्ठावान कार्यकर्ता अपना सारा जीवन एक पार्टी में व्यतीत कर देता है , उसे महत्त्व नहीं दिया जाता , और वाचाल,मक्कार,और बे-ईमान आदमी झट से नगर,जिले और प्रान्त का नेता बन जाता है ....और ये तथा-कथित शरीफ होने का ढिंढोरा पीटने वाले नेता उस समय संसद और पार्टियों में बोलते नहीं , विरोध नहीं करते क्यों ......??????उलटा उन्ही चोरों के घर जाकर ये शरीफ नेता अपने गले में माला डलवाते हैं और भोजन करते हैं .....??? क्यों ???

                           जी हाँ .....शरद यादव , अडवानी जी , सुषमा जी ,जेटली जी , मनमोहन जी , सोनिया जी , कोमरेड नेता, मायावती , मुलायम और लालू जी किन किन का नाम गिनाऊं सब .......सब ......सब उस मान सन्मान के काबिल नहीं हैं जो इन्हें जनता द्वारा दिया जा रहा है !!!!!! जो काम इन तथा कथित शरीफ नेताओं को करना चाहिए था वो .....आम आदमी को करना पड़ता है .......क्या शर्म नहीं आणि चाहिए इन नेताओं को ....??? ना कोई पार्टी अपने फंड का हिसाब देती है ....क्या वो बे-इमानी नहीं ...?? क्या संसद में चुटीले भाषण देना ही देश सेवा है .......कर दो मुझे अन्दर जेल में बंद ....मैं कहता हूँ की सारे नेता चोर है .....??? आपका क्या कहना है मित्रो !!! अपने विचार हमारे ग्रुप और ब्लॉग पर लिखें , जिसका नाम है :-" 5th pillar corrouption killer "जिसे देखने हेतु लग आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. ज्यादा जानकारी हेतु मेरी प्रोफाईल पढ़ें !! धन्यवाद !! जय - माता - की !! 

Monday, March 26, 2012

" हाय-हाय ,हाय-हाय,लड़ गयो पापी बिछुआ "..??

बिच्छु के डंक से परिचित सभी मित्रो को मेरा एंटी बायोटिक भरा नमस्कार !!
                                     आज संसद में सभी पार्टियों के नेतागण ऐसे तड़प रहे थे जैसे उन सबको कोई "ज़हरीला बिच्छु " डंक मार गया हो !! सबसे ज्यादा विपक्षी सांसद तड़प रहे थे !! शरद यादव जी तो आज " हीरो " नज़र आ रहे थे ! क्योंकि 525 सांसदों में से केवल उन्ही का विडिओ अनशन स्थल पर अन्ना की टीम ने चलाया और फिर " मनीष सिसोदिया " जी ने जो मुहावरा बोला बस उसी से आग सी लग गयी !! रही सही कसर केजरीवाल और अन्य ने पूरी कर दी ! 
                     देखने वाली बात ये है की इतने उद्वेलित नेता क्या सिर्फ चोर कहने से हुए हैं या जो अन्ना टीम ने नया " विषय " चुना उस से इतना करंट लगा ??? क्योंकि जिन पच्चीस शहीदों की बात अबकी बार अन्ना जी की टीम ने उठायी है उसका अंदाजा एक दिन पहले तलक किसी को भी नहीं था !! तभी तो कांग्रेस के प्रवक्ता और पूर्व शिव सेना नेता व सांसद संजय जी ने कहाभी की " अन्ना जी के टीम में शामिल सदस्यों के पीछे कौन हैं ये पता लगाया जाए ,और सबकी जांच कराई जाए " !! मैं कहता हूँ एक दम उचित बात है , लेकिन उन नेताओं की जांच कब होप्गी और कौन करेगा जो हर चुनावों में दागी लोगों को टिकते बांटते हैं और बेचारी जनता के पास किसी बदमाश को चुनने के इलावा कोई चारा नहीं रहता ??
                                     " सुषमा जी बोलीं , ये ताना शाह लाना चाहते हैं ....लोक तंत्र में इनका विश्वास नहीं है " तो मैं ये सुषमा जी को  भी बतादूँ की जनता  देख रही है की भाजपा भी कोई बढ़िया काम नहीं कर रही .अमीरों को राज्य सभा की टिकटें कैसे बांटी जा रही हैं सब जानते हैं और बब्बू लाल कुशवाहा को गले लगाना भी जनता और कार्यकर्ताओं के गले नहीं उतरा था !! संसद में तो आज कल " सांप-नाथ , नाग-नाथ, बिच्छु नाथ और तांतिया नाथ " बैठे हैं !! जागना है तो जाग जाओ .......अब तो भारत में भी बगावत होगी  , चाहे कुछ समय के लिए ही क्यों न हो लेकिन देश को एक सच्चे मन वाला ताना-शाह चाहिए जो जनहित में ,एक मुश्त निर्णय लेकर उन्हें लागू भी कर दे फिर चाहे दोबारा से लोक तंत्र आ जाए देश में । 
                               अब जनता एक " सच्चा ताना शाह " तो बर्दाश्त कर सकती है लेकिन लाखों बदमाश,चोर उच्चक्के बर्दाश्त नहीं कर सकती ??? सच तो सच है ....कितने केज्रिवालों को जेल में डालोगे ...?????? तुम नेताओं का व्यवहार क्या " मक्कार - तानाशाह से कोई कम है ......पंजाबी में कहते हैं न ....." फिट्टे - मुंह " तुहाडे कंजरो किते नारकान विच जा के मरो ....!! जनता इतनी परेशान है !! 

                               लेकिन यंहा जनता हेतु भी एक सवाल है ....." गुंडा बदमाश,चोर,और मक्कार नेता जीतता तो जनता के वोटों से ही है और वो भी पूर्ण बहुमत के साथ " क्यों ?????? यंहा मेरी लेखनी आकर चुप हो जाती है , शर्मिंदा हो जाती है ...मैं जनता का केस हार जाता हूँ !! क्यों शराब,पैसे के लालच में हम बिक जाते हैं ???/ क्यों जाती ,इलाके ,धर्म और पार्टियों के चक्कर में हम फंस जाते हैं क्यों ????? आप ही बताइये क्यों ....हमारे ब्लाग और ग्रुप "5TH PILLAR CORRUPTION KILLER " को खोलिए , वंहा लिखे लेखों को पढ़िए ,अगर पसंद आये तो अपने मित्रों को भी पढ़ाइये , और अपने अनमोल विचार भी हमारे ब्लाग पर जा कर लिखिए !! जुड़िये एक आन्दोलन के साथ ।। आज ही लग आन कीजिये .. www.pitamberduttsharma.blogspot.com. जिस प्रकार से रोज़ाना आप सब मित्रों का हज़ारों की संख्या में प्यार और दुलार मिल रहा है , उसके लिए मैं आपका आभारी हूँ !! तहेदिल से .....शुक्रिया - करम - मेहरबानी !!!!!!!!! बोलो जय माता दी ...!!  

" अपने दरवाज़े ".....बंद करता ....भारतीय पत्रकार !!

"अक्ल  के सभी दरवाज़े खुले " रखने वाले मित्रो,प्रणाम !
                       समाज को सही दिशा दिखाना पहले काम ब्राह्मणों का हुआ करता था !! जैसे जैसे उन्होंने इस काम के साथ - साथ अपना स्वार्थ पूरा करना शुरू कर दिया वैसे - वैसे लोग उनसे दूर भागने लगे । फिर ये काम धार्मिक डेरे वाले , साधू-संतों,और छोटे-छोटे धर्मों ने सम्भाला । लेकिन कुछ ही समय पश्चात इनके भी चेले बढ़ने लगे और छोटे छोटे हिस्सों में ये बाँटने लगे तो इसी काम को समझदार "पत्रकारों ने संभाला .....लेकिन पिसा ऐसी चीज़ है की हर आदमी को बदल देता है । हुआ भी यही ,ये पवित्र कार्य पत्रकारिता भी बाज़ार बन गयी है !! बड़े-बड़े पत्रकार नोकरी करने पर मजबूर हो गए हैं । शायद इसी वजह से पत्रकारों ने अपनी सोच को भी सीमित कर दिया है !!?? 
                          आज जन्हा देखो एक तरह के ही समाचार प्रकाशित किये जा रहे हैं ...। कुछ समचार पात्र हैं जो सब तरह के परिशिष्ट निकलते हैं लेकिन वो भी प्रायोजित ही होते हैं ??? क्या धार्मिक , सामाजिक विषयों को पढने वाले पाठक कम हो गए ???? नहीं जी बिलकुल नहीं । फेस-बुक पर देखिये कितनी धार्मिक सामग्री होती है सद  विचारों  की भी भरमार होती है !!
                           तो क्या ये समझा जाए की ये जिम्मेदारी अब फेस-बुक के कन्धों पर आ गयी है इक्कसवीं सदी में । इलेक्ट्रोनिक मीडिया ने तो धार्मिक विषयों को तो ऐसे दिखाना शुरू कर दिया है जैसे टाईम पास करने हेतु कोई धमाकेदार सीरियल दिखा रहे हों ????? सबको अपनी जिम्मेदारी का एहसास होना अति आवश्यक है ।।
                              तो मित्रो आप ही बताइये की सिमित सोच के साथ हम अपने कर्तव्यों का पालन कैसे कर सकते हैं ??? मैं हमारे पत्रकार और लेखक मित्रों से इस ब्लाग और ग्रुप के ज़रिये निवेदन करना चाहता हूँ की कोई आपको रोके या अपनी मर्ज़ी के मुताबिक लिखवाना चाहे तो उसे ठोस शब्दों में इनकार कर दीजिये ....और समाज को जिस प्रकार के लेखन की आवश्यकता है आज बिलकुल वैसा ही " सार्थक " लिखिए ...!! 


                            " 5th pillar corrouption killer "नामक ब्लॉग और ग्रुप के आज ही सदस्य बने , ज्वाईन करें और लाग आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com. आज ही इस पर लिखे लेखों को पढ़िए । अगर आपको बढ़िया लगें तो उन पर अपने अनमोल विचार ब्लॉग पर जाकर उसके नीचे लिखें और अपने सभी फेस-बुक मित्रों को भी शेयर करके भेजें !! धन्यवाद !! जय माता की !! खोल दो सारे दरवाज़े .......!!!!!!   

Sunday, March 25, 2012

" हमारा मान - " गुरदास मान "! !

माननीय सखियों और सखाओं , मान भरा नमस्कार स्वीकार करें जी , 
                             कल रात P.t.c. चेनल पर पंजाबी म्युज़िक अवार्ड का कार्यक्रम देखा । उसमे लगभग सभी नए और पुराने पंजाबी गायक,लेखक,म्युज़िक डायरेक्टर , रिकार्ड कम्पनियों के मालिक और हज़ारों की संख्या में दर्शक भी पधारे हुए थे । हम जैसे पूरे विश्व में लोग टेलिविज़न पर भी देख रहे थे ।पूरे प्रोग्राम का हमने भरपूर आनंद उठाया ।
                                      इस प्रोग्राम की असली अट्रेक्शन थी पूरे विश्व में अपनी ख्याति के झंडे गाद देने वाला मशहूर अदाकार,लेखक,फिल्म मेकर और गायक " गुरदास - मान । पूरी जनता उन्हें पिछले चालीस सालों से देख व् सुन रही है । उनकी लेखनी में इतना दम है की लोग अपनी जगह पर ऐसे बैठ जाते हैं देखने और सुनने हेतु की जैसे किसी ने कोई "गम " लगा कर बिठा दिया हो । कोई न कोई सन्देश अवश्य होता है उनकी गायकी और लेखनी में । और वो उस सन्देश को दर्शकों और श्रोताओं के अन्दर तक पंहुचाने में कामयाब भी होते हैं हमेशा । उनका जादू सर चढ़ कर बोलता है । कई प्रशंसक उन्हें " पंजाबी - अमिताभ " भी कहते हैं !! ऐसा ही कल हुआ जैसे ही उन्होंने गाना शुरू किया तो हम सब दर्शक झूमने लगे उनके इस गीत पर की " सुनद! जायीं जवाना , गल तेरे मतलब दी ......!!इसके बाद उन्हों ने गाया रोटी हक़ दी खाइए जी , चाहे बूट पालिशान करिए .....!! फिर दर्शकों की पसंद पर मशहूर " छल्ला " भी सुनाया !! उम्र का ढलवां पण भी थोडा - थोडा नज़र आ रहा था लेकिन स्टेज को आज भी जमाने में वो उस्ताद हैं !! वो भी ऐसे रतन हैं जिन्हें लता जी की तरह गायन में " भारत - रत्न"मिलना चाहिए ! मैं इस " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " नामक ब्लाग और ग्रुप के ज़रिये सब फेस - बुक मित्रों को प्रार्थना करता हूँ की आप भी इसे शेयर करें या अपने शब्दों में श्री गुरदास मान साहिब हेतु भारत सरकार से भारत - रत्न दिए जाने की इच्छा ज़ाहिर कीजिये !!धन्यवाद !!

Saturday, March 24, 2012

केवल वयस्कों हेतु - " बूढी घोड़ी - लाल लगाम ".! ! !

फेस-बुक में व्यस्त रहने वाले सभी अधेड़ मित्रों और सहेलियों को मेरा " वयस्कों वाला हेल्लो !! हाय !!

             कोई न कोई ऐसी घटना हो जाती है इस फेस-बुक पर जिस से मेरा लेखक मन , आशिक मन हो जाता है >>> कभी कोई मित्र ऐसा चुटकुला लिख्देता है तो कभी कोई सहेली ऐसा शेयर लिख देतीं हैं या कोई युवा मित्र ऐसी फोटो लगा देता है की मन सतरंगी हवाओं में खो जाता है । अब मैं आपको ये तो नहीं बताऊंगा की किस सहेली या मित्र ने मुझे क्या लिख भेजा या क्या दिखा दिया क्योंकि "ये अन्दर की बात है " । वैसे आपसे भी कुछ छिपा हुआ नहीं है क्योंकि आपकी वाल पर भी ना चाहते हुए भी ऐसा ही कुछ आही जाता है !! अब मेरी फ्रेंड लिस्ट में तो मेरा लड़का ,लड़की और अन्य बच्चे भी हैं ! मैं जो कुछ भी लिखता हूँ वो उनके पास भी जाता है । लेकिन हम तो खुले विचारों के लोग हैं । लेकिन कई लोग हैं जो रंगीन कार्य फेस बुक पर करते हैं । जैसे विधान सभा में विधायक करते हैं । सरकार ने  भी पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर ये कहा की अगर कोई आदमी अपनी मर्ज़ी से किसी दुसरे मर्द से अन्तरंग सम्बन्ध बनाता है तो सरकार को कोई ऐतराज़ नहीं है । तो इन नेताओं को पोर्न मूवी देखने में क्यों दिक्कत हो रही है .....? फिर विपरीत लिंग वाले कोई दो जन मिलने की कोशिश अपनी मर्ज़ी से करते हैं तो ये पुलिस वाले उन्हें पार्क ,होटलों और क्लबों से क्यों पकड़ लाती है .......???? कोई बतायेगा ....??? वो भी तो सब एकांत में ही होता है पब्लिकली तो नहीं !!

                       हम सब 40.-60.वर्ष वाले लोग कान्हा जाएँ हमारे विपरीत लिंगी जीवन साथी अगर हमें आवश्यक सहयोग किसी भी वजह से नहीं दे पा रहे और हम किसी झूठे या सच्ची i.d.वाले मित्र के साथ चेटिंग या डेटिंग करते हैं तो हमें क्यों कहा जाता है की " बूढी घोड़ी -लाल लगाम " !!???? क्या ये हमारे मोलिक अधिकारों का हनन नहीं है ??? कन्हा हैं ये " मानवाधिकार आयोग वाले ....?????

                           कोई भाई अपनी बहन को अपनी ही जातिवाले आदमी से शादी करने से रोके तो पता नहीं कन्हा कन्हा से समाजसेवी चले आते हैं उस भाई को जेल भिजवाने हेतु ....??? जबकि साईंस भी कहती है की एक ही जाती ( d.n.a.)वालों में अगर शादी हो तो बच्चे रोगी होते हैं !! बड़ा कन्फ़यूज़न  सा हो रहा है इस लाईफ में । लिखना मैं क्या चाहता था लिखा क्या जा रहा है समझ से बाहर हो रहा है ।एडिट मैं कभी करता नहीं !! जो फ्लो में लिखा गया वो ही फाईनल हो जाता है !! तो यारो आप ही समझ लो की आज कल पहले तो ये आधुनिक , राईटर , समाजसेवी,और विदेशी पैसे पर पलने वाले N.G.O. हमें आधुनिक बनाते आ रहे हैं पिछले 35. सालों से , कभी "सरिता ",मनोरमा " आदि में कहानियां पढ़ाकर , तो कभी अजीब अजीब टी.वी.पर सीरियल दिखा कर !! बाकी रही सही कसर ये फिल्मे बनाने वाले पूरी कर देते हैं क्योंकि यंहां भी तो 2. नंबर का पैसा लगता है !!??? इन सब से प्रेरित होकर हम जब ऊटपटांग काम करते है मसलन , नशा करना , चोरी करना विवाहेत्तर सम्बन्ध बनाना आदि आदि तो ये उपरोक्त सभी " लाल रिबन ले कर घुमते हैं ....की एड्स हो जायेगी - एड्स हो जायेगी । अब आप ही बताओ की देश में नशे उपलब्ध कोण करवाता है ???? " सरकार "!! तो दोषी कोण ????? पीनेवाला या उपलब्ध करवाने वाला ??? 

                  तो मित्रो बात यंहा ख़तम होती है की छोटे चोर , नशेडी ,अपराधी और आशिक हेतु सारे क़ानून और बड़े आशिक,चोर,अपराधी,और आशिक हेतु सब अज्ञान .....क्या मैंने झूठ कहा ???? आप भी अपने विचार हमारे ब्लॉग या ग्रुप में लिख सकते हैं जिसका नाम है :- "5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " आज ही लाग आन करें . www.pitamberduttsharma.blogspot.com.ज्यादा जानकारी हेतु हमारी पूरी प्रोफाईल पढ़ें !! तो बोलिए जय - माता - जी - की ........!! 

Wednesday, March 21, 2012

" हर बात गवारा है - लेकिन - ये बात गवारा कैसे करें "????????

जीवन में जो मित्र "गवारा " खाने में सफल हो पाए हैं , उन सब किस्मत वालों को मेरा "ग्वार - गम " भरा नमस्कार  !! सभी जीवन भर मित्र बनकर मुझसे चिपके रहने के वचन के साथ मेरा ये नए तरीके का अभिवादन स्वीकार करें !
                                          आप कहोगे यार आज इसे क्या हो गया जो ये " गवारा - गवारा " हो रहा है किसी " गंवार " की तरह ??? तो मित्रो मैं आपको बता दूं की आजकल के समाचारों के मुताबिक सोने चांदी के बाद इस " ग्वार " का नाम आता है कीमत के मामले में !! और इस इंसान की कीमत अपनी सरकार ने मात्र बत्तीस रूपये ही लगाई है !!इसी लिए मैंने कहा की "सरकार मेरी ...हर बात गवारा है लेकिन ये बात गवारा हम कैसे करें ???? कभी हमारी माता श्री हमें बचपन में बड़ा सा पतीला दे कर कहती थी की जा बेटा इसे " गवारे " से भर कर भिगोदे शामको अपनी गौओं को दाल देंगे , घी ज्यादा निकलेगा !! तो हम अपनी माता जी से पूछा करते थे की माता ये अपनी गैया ग्वार का घी और दूध कैसे बना देती है ??? तो हमारी माता श्री कहती थी हम सब इसके बच्चे हैं इसलिए भगवन ने इसके पेट में ऐसी  फेक्ट्री लगा दी है जिस से इसकी हर चीज़ यंहा तक की इसका गोबर और पिशाब भी मानव जाती के काम आता है !! हम इसका एहसान कभी नहीं चुका सकते !! प्रकृति के तोहफों को हमने फ्री का माल समझ कर उड़ाना और बेकार फैंकना शुरू कर दिया ! जीवन मूल्यों को हवा में उड़ा दिया !! आज इन तोहफों की हमें कीमत मालूम हुई है तो इनके लिए आने वाले समय में वर्ल्ड -वार  तक हो सकती है !! 
                            खबर ये भी आई है की सरकार के यंत्रों को ठीक करने हेतु अब बाबा राम देव और अन्ना जी अपने - अपने चेलों सहित एक मंच पर आ गए हैं ! यानी जैसे कोई फिल्म में एक हीरो " अमिताभ बच्चन जिसे काम ना चलता हो तो दुसरे हीरो यानी विनोद खन्ना जी को लेकर डबल हीरो वाली कोई फिल्म बन रही हो ???? अब तो विल्लेन रुपी ये सरकारी तंत्र सुधर जाएगा ऐसी संभावना कम ही दिखाई पड़ती है अपुन को !!!!! क्योंकि जब तलक जनता में क्रान्ति नहीं आती तब तलक कुछ नहीं होने वाला नहीं !!! समय की मांग है की भारत को चाहे कुछ समय के लिए ही सही एक व्यक्ति का शासन की बड़ी आवश्यकता है !!!! क्योंकि इस सरकार के मंत्री , अफसर , विधायक , कर्मचारी सब  नकारा हो चुके हैं । एक " ओवर - हाल की भारी आवश्यकता है !                         साड़ी पार्टियों में चाँद नेता ही ऐसे हैं जो देश सेवा हेतु अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं !! ज्यादातर तो धन एकत्रित करने और रूतबा बढाने हेतु ही राजनीति में आ रहे हैं !! राज्यसभा की मोजुदा जो टिकटें बनती हैं उससे तो यही दिखाई दे रहा है !! कोई सुधरने की कोशिश करता भी तो नज़र नहीं आता !!! हम करें भी तो क्या समझ से बाहर हो रहा है सब ............क्या बन्दूक उठानी पड़ेगी ......लेखकों को और समाज सुधारकों को ......????? आप ही बताइये ............आपका अपना ब्लॉग और ग्रुप " 5th pillar corrouption killer " में आज ही जुड़िये और अपने अनमोल विचार उस पर टाइप करके हमें लिख भेजें !! अगर आपको पसंद आयें हमारे लिखे लेख तो उसे अपने मित्रों को शेयर भी करें !! ताकि हम सभी मिलकर देश के दुश्मनों के दांत खट्टे कर सकें जो ससुरे हमारे देश में ही पल और बढ़ रहे हैं ???आज ही log on करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. जो बत्तीस और बाईस  रुपयों में  हमें गुज़ारा करने को कहते हैं ..उन  हराम  खोरों को हमने बत्तीस रुपयों के लायक भी  नहीं छोड़ेंगे !! तो जोर से कहिये ...." राम नाम सत्य है !!!! आप सब भाइयों और उनकी भाभियों को नए संवत २०६९ की शुभकामनाएं ........!!!

Tuesday, March 20, 2012

" मोसी की बेटी माया,मामा का बेटा मुलायम,और चचा ताऊ के करुना,ममता,और कोमरेड ..सब मिले तो बने सेक्लर ?"

" कजन " टाईप के सभी भाई बहनों को मेरा प्यार !! और नमस्कार !!
                                    कल संसद में सरकार जीत गयी और विपक्ष हार गया ?? सभी बुध्धिजीवियों ने देखा सूना और समझा की सब कैसे हुआ !! जिसको समझ नहीं आया उसे हम जैसों यानी मीडिया वालों ने समझा दिया !! किसी ने बोल कर तो किसी ने लिख कर !! संसद भी मेरा नाम जोकर फिलम के एक गीत के शब्दों जैसी हो गयी है की " ये शो है तीन घंटे का " बाकी आगे पीछे जो मर्ज़ी हो वोही करो जी कौन पूछ सकता है इन पांच साल हेतु चुन कर आये नेताओं से ?                                 सारे नेता बस अपना अभिनय करने आते हैं संसद में और जिनको कोई "रोल " नहीं मिला होता वो वंहा या तो सो जाते है या फी हल्ला - गुल्ला , नारे बाज़ी और " फिल्मे " देखते हैं !! पहले हर मंत्री और प्रधान मंत्री संसद के प्रति जवाब देह होता था । कोई भी निर्णय वो लेते थे तो उसकी जानकारी संसद को पहले हुआ करती थी ....लेकिन अब प्रधानमंत्री अपने सहयोगियों से भी ये बोलते हैं की बाद में बात कर लेंगे लेकिन पहले ये प्रस्ताव पास करो !! संसद की कार्यवाही को " झंझट " समझ लिया गया है या मात्र ओपचारिकता क्यूँ ...?????   ये  भावना केंद्र से लेकर हर प्रदेश की विधानसभा , नगर परिषद्,जिलापरिषद,और पंचायत समिति की सभा तलक पंहुच गयी है ...जो देश के लिए हानि कारक है !                         नेताओं ने दो बड़े शब्दों की रचना कर राखी है एक " साम्प्रदायिकता और दूसरा  सेकुलर " और दो ही धड़े आज संसद में दिखाई देते हैं ! तीसरा धडा तब बनता है जब दोनों धड़े के बड़े हिस्से वाले नेता छोटे हिस्से वाले नेताओं को मलाई खाने नहीं देते , अगर खाते हैं तो राजा की तरह जेल भेज दिए जाते हैं ? ???
                                 आजकल सेकुलर टाईप लोगों की सरकार है देश में पेंसठ सालों में 10-12 साल ही ये साम्प्रदायिक शक्तियां राज कर पायीं हैं ......आप ही देखलो की इस देश का भठ्ठा बैठाने वाले ..सेकुलर हैं या साम्प्रदायिक शक्तियां ????.......बोलो जय श्री राम !!                  

Monday, March 19, 2012

" जेल जाने वाले ही अब सुधारेंगे --- जेल ...."???

जेल के दर्शन कर चुके सभी मित्रो, इस अर्दली का नमस्कार स्वीकार करें ...!!!
                             भारत के उत्तर प्रदेश में , अन्ना व् बाबा राम देव जी के हज़ारों समर्थकों और मीडिया द्वारा पूरे विश्व में ये शोर मचाये जाने के बाद की लगभग सभी नेता चोर हैं , ठग हैं ,और न जाने क्या - क्या हैं , के बाद चुनाव हुए थे !! उत्तर प्रदेश की " समझ दार जनता ने भ्रष्टा चारी माया की बजाय नए नए नेता बने  मुलायम जी के युवराज को अपना युवराज मान लिया और पूर्ण बहुमत से उन्हें जीता दिया ।
                        इतने प्रचंड बहुमत देने के बाद भी उनकी ना जाने क्या मजबूरी थी की उन्होंने  " राजा भैया " जी को जेल मंत्रालय सौंप दिया ???? शायद उन्होंने उन्हें पूर्व में प्राप्त अनुभव को देख कर ये जिम्मे दारी  सौंपी होगी ??? ऐसे और कई महान कार्यों के अनुभवी लोग भी आने वाले समय में प्रदेश और देश का " भला " करेंगे ऐसी ही संभावना है !! क्योंकि केंद्र में भी  कुछ समय पहले एक " शरीफ रेल मंत्री ,गुंडा गर्दी वाले तरीके से हटाया गया ???" और गुंडागर्दी वाले तरीके से उसे न हटाने की कोशिश भी हुई ...??
                 सब जानते हैं की कोई फर्क तो पड़ने वाला है नहीं ...!! क्योंकि लोक तंत्र में जनता , विपक्ष और समाजसेवी सरकार को सीधे तोर पर कुछ कह नहीं सकते , मीडिया के साथ सिर्फ बहस ही कर सकते हैं या स्वयं ही अनशन पर बैठ कर भूखे मर सकते हैं ?? सिर्फ एक अदालत है जो ऑर्डर दे सकती है ....उसे भी सरकार द्वारा कभी - कभी धमका दिया जाता है की अपनी सीमा को याद रख्खे ....???? " गवर्नर और राष्ट्रपति जैसे पद तो सिर्फ रस्म अदायगी हेतु ही रह गए हैं " । कभी - कभी तो लोग इन्हें " रबड़ स्टेम्प " भी बोलते हैं !!
                                    इसी बात से दुखी हो कर देश के महान खलनायक , नायक और भाजपा के बिहारी बाबू कल बोले ........." खामोश ....!!!" ये छोटी मोटी  पार्टियों की गुंडागर्दी मत सहो मनमोहन जी , सीधा भाजपा से समर्थन मांग लीजिये !! आजकल रीतियाँ व् नीतियाँ  दोनों पार्टियों की एक सी हैं !!" बात सही थी लेकिन उन्हें हाई कमांड द्वारा रोक दिया गया की ऐसे भावुक हो कर बयान मत दीजिये !! जनता को अगर सब कुछ बता दिया जाएगा तो हम क्या करेंगे ??? 
           पूरा प्रिंट  और इलेक्ट्रोनिक मीडिया रात और दिन लगा रहता है जनता को बताने हेतु लेकिन देश की जनता कितने नेताओं को जानती है !!??? कितने प्रदेशों की अन्दुरुनी बातें जानती है ??? केवल 10% ही जनता जानती है !! बाकी सब छिपा हुआ है भारत वासियों से भी और विश्व से भी ...!! यानी इतने भी निकम्मे नहीं हैं अपने नेता ???? आपको याद होगा की हमारे अटल जी ने जब पर्मान्नु विस्फोट किया था तो अमेरिका को भी बाद में पता चला  था !! 
             तो क्या आज समय की मांग है ...गुंडाराज !! शराफत वाली पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रो रो कर बोलता है की ......"येदियुरप्पा जी पार्टी की इज्जत को मिटटी में नहीं मिलायेंगे ...????" अगर ममता की गुंडागर्दी सही है तो येदिउरप्पा जी की क्यों गलत है ? 
                  सभी देश वासियों से मेरा अनुरोध है की एक दफा देश के गुंडों को भी " सत्ता " सोंप कर देख लिया जाय ...!! क्या पता वो इनसे भी बड़े देश बगत निकल आयें ...????? आप भी अपनी राय हमारे ब्लाग और ग्रुप में आज ही लिख भेजें ....जिसका नाम है ..." 5th pillar corrouption killer " । या लाग आन  करें ;- www.pitamberduttsharma.gmail.com. तो बोलो .........जय .......श्री........राम......!!!

" मनमोहन जी का पीठ ठोकना सही , या नरेंद्र मोदी जी की नमस्ते सही "....????

सदाचार के सभी समर्थक मित्रों को मेरा सादर नमन !
                          कल एक अजीब घटना हुई ! गुजरात के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री मन नरेंद्र मोदी जी से एक कार्यक्रम में घपले - बाज़  सुरेश कलमाड़ी ने हाथ मिलाना चाहा तो उन्होंने आगे से नमस्ते कर दी । जिसे मिडिया ने हमेशा की तरह अपना फ़र्ज़  निभाते हुए जग जाहिर कर दिया । 
                         मन में  एक हलचल सी मच गयी ...। क्योंकि कुछ समय पहले हमारे माननीय प्रधान मंत्री जी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री  " राजा " के घोटालों में फंसने की रिपोर्टों के बावजूद मिने पर न केवल हाल चाल पूछा , बल्कि उसकी पीठ भी ठोंक दी । ये दृश्य भी मिडिया ने दिखा दिया और अपना धर्म पूरा कर दिया लेकिन बोला कुछ भी नहीं ???? हम भी नहीं बोले क्योंकि कल घटी इस घटना  से पहले सब कुछ भी हो जाने के बावजूद " गलबहियां " दाल कर मिलते थे देश की सभी पार्टियों के नेता ???? 
                    " मनमोहन जी का पीठ ठोकना सही , या नरेंद्र मोदी जी की नमस्ते सही "....???? ये प्रश्न हमारे ज़हन में रात भर कोंधता रहा की दोनों में से किसका व्यवहार सही है .....??? हमने सोचा की सुबह ये सवाल हम अपने फेस - बुक मित्रों के सामने रखेंगे और उनसे पूछेंगे की बे - ईमान लोगों को पुचकारा जाना सही है या दुत्कारना सही है ?????
            आप सब अपने अनमोल विचार हमारे ब्लाग या ग्रुप पर जा कर बे झिझक लिख सकते हैं । आपको हमारा लेख पसंद आता है तो आप उसे अपने मित्रों के साथ बाँट भी सकते हैं  बिलकुल फ्री ----!!!!
            अगर मोदी जी जैसा आचरण हम सभी करने लग जाएँ तो चोरी ठगी करने वाले को प्रोत्साहन तो नहीं मिलेगा ......??? पहले तो लोग ऐसे बे - ईमानों का " हुक्का - पानी बंद " कर दिया करते थे !! और आजकल चोरों के साथ हम भी बैठ कर चाय पीने में अपनी शान समझते हैं ( चाय ,शब्द का प्रयोग मैंने शिष्टाचार वश किया है , लोग तो सोम रस ही पीते हैं )                   " 5th pillar corrouption killer " नामक ब्लाग और ग्रुप के पाठक भी हमारे साथ जुड़ सकते हैं । आज ही ज्वाइन करें !! और बोलो ....जय ...श्री .....राम .....!! 

Sunday, March 18, 2012

" क्यों ज़रूरत है अब अन्ना टीम को दोबारा आन्दोलन करने की "....???

आन्दोलन करने और उसको अपना समर्थन देने वाले मित्रो , "जूस  भरा नमस्कार " स्वीकार करें !! 
पिछले सप्ताह मशहूर आन्दोलनकारी श्री - श्री अन्ना हजारे जी ने केंद्र की सरकार को एक बार फिर अल्टीमेटम दे दिया की अब एक बार फिर बड़ा आन्दोलन होगा । सच कंहूँ की अन्ना जी का और उनकी समस्त टीम का प्रशंसक होने के बावजूद मेरे मन में ये प्रश्न कोंध रहा है की ऐसा क्यों और किसके स्वार्थ पूर्ती हेतु कहा जा रहा है ??????
क्योंकि जिन उद्देश्यों को लेकर इस संस्थान का आन्दोलन शुरू हुआ था , भले ही वो सरकार ने पूरे नहीं किये हों वो कार्य , लेकिन आम जन और पूरे विश्व तलक अन्ना जी की टीम की बात पंहुच चुकी है और जनता ने अपना भरपूर समर्थन " तन - मन - धन " से दिया है !! अब जनता का भी तो कोई फ़र्ज़ बनता है की नहीं ...???? जनता अब जिस अच्छे आदमी को चाहे उसे चुने ...!! जैसे उत्तर प्रदेश में " अखिलेश " को चुना वैसे ही आगामी लोक - सभा चुनावों में भी बढ़िया नेताओं को चुन लेंगे ????
अब मेरी नज़र में तो अन्ना जी की टीम को कोई नया काम ढूंढना चाहिए ...!! क्यों आप पाठकों का क्या कहना है इस बारे में ...???
जिस प्रकार हिन्दुस्तान का पूरा मीडिया और तःथाकथित समाजसेवी एक " गोधरा की शर्मनाक घटना की प्रतिक्रिया स्वरूप हुए दंगों को उनकी नज़र में पूरी तरह से कंट्रोल नहीं कर पाने के जुर्म में वंहा के लोक प्रिय मुख्य मंत्री श्री मन नरेंद्र मोदी जी को आज तक दोषी साबित करने में जो जबरदस्ती लगे हुए हैं " वो भी देश की आम जनता को नहीं सुहाता है !! इसी तरह से बाबा राम देव भी " काला - धन " का राग गाये ही जा रहे हैं ......क्यों .....आखिर क्यों ....और किसके लिए .......?????????
देश की सुरक्षा एजेंसियों को चाहिए की इस तरह के समाजसेवियों , मिडिया वालों और तथाकथित सेक्लर नेताओं की जांच करनी चाहिए कंही ये सब किसी दुश्मन देश के " मोहरे " तो नहीं ....???? मेरा काम था चेताना ......और मैंने चेता दिया ...!!! 
बाकी आप लोग सोचो .....समझो और अपने विचार हमारे ब्लाग और ग्रुप पर जा कर लिखो ...!! अगर बात हमारी आपको पसंद आई हो तो आप इसे निसंकोच अपने मित्रों को बाँट भी सकते हैं !! आज ही log on करें :-" www.pitamberduttsharma.blogspot.com. ओके थेंक्स तो बोलो जय ...श्री ...राम ....!! 

Friday, March 16, 2012

" और कठिन कदम उठाओ "-- मेरी सरकार ...! !

जिंदगी में कठिन राह पर चलने वाले सभी मेरे बहादुर मित्रों को मेरा सादर प्रणाम !! अभी कल संसद में प्रणब डा ने 2012 - 2013 का बजट पेश किया और उससे पहले हमारे  "विद्वान  "रेल मंत्री  श्री मान दिनेश त्रिवेदी जी ने रेल बजट भी पेश किया था  । उन्होंने भी कुछ कठिन कदम उठाए थे , जिसे उन्ही के शब्दों में " तृण मूल पार्टी समझ नहीं पायी " ????/// पिछले 9.वर्षों से किसी भी रेल मंत्री जी ने किराया  नहीं बढ़ाया था  या यूं  क्न्हें की  हिम्मत नहीं हुई  ?? नतीजा ये निकला की कभी रेल में बलात्कार होने लगे  तो कभी चोरी , कभी मालगाड़ी - यात्री गाडी से टकराने लगी तो कभी अपने आप ही लाईने छोड़  कर नीचे सड़क पर चलने लगीं ....??? गिलास की जगह शिकोरे में चाय मिलने लगी और " गरीब - रथ " नाम के डिब्बे चलने लगे ...!! रेल मंत्रियों  की पार्टी कार्यकर्ताओं की तो टिकेट लगनी ही बंद हो गयी थी ....???? इस लिए मैं कह रहा हूँ की " और कठिन कदम उठाओ  "-- मेरी सरकार ...! ! लेकिन हमारी ममता दीदी जी को ये पसंद नहीं आया ??? ये एक अलग विषय है इसे यंही छोड़ देते हैं ....सिर्फ "कठिन कदम की बात करते हैं ...!! उसके बाद हमारे वित्त - मंत्री  जी ने सदन से बजट पेश करने से पहले ही बोल दिया की मुझसे ज्यादा उमीदें मत रखना ...!! यानी " पूत के पाँव ...पालने में ही दिखाई दे गए " ???? मेरा इस सरकार से एक ही प्रश्न है की सखत कदम उठाने की नौबत  किसकी वजह से आई , ये वजह कब से है , क्यों है और किसकी वजह से ये मजबूरी आन पड़ी ...??? जो भी दोषी है उसे सज़ा कौन और कब देगा .....?? अगर आम आदमी मात्र 200/- या  500/- का टेक्स नहीं  देता  तो सरकारी अफसर  " शिकारी कुत्तों " की तरह  उसे "निचोड़ " डालते हैं !! और बड़े चोर जिन पर केस भी चाहे क्यों न चल रहे हों ...फिर भी ऐश करते घुमते हुए अदालतों में आते हैं .......क्यों ?? " राम देव - अन्ना हजारे जैसे कई समाज - सेवी रो -रो कर थक गए ", तब इस सरकार ने अपने "प्यादों " की मदद से  उन्हें भगा दिया !! " लोक - पाल " बिल को "ऊंची खूँटी " पर टांग दिया ???? अब आम जनता पर तो रोज़ तलवार लटका दी जाती है की कल फलानी वास्तु के दाम बढ़ेंगे तो परसों फलानी के !! जनता बेचारी का तो वैसे ही खून सूख जाता है ??? साड़ी जनता की तरफ से मैं आपको छूट देता हूँ की एक दिन बैठ कर आर - पार  कर लीजिये ना ! किसने रोका है । कहके तो देखिये की देश हेतु ये आवश्यक है , कोई मना नहीं करेगा !! लेकिन मुश्किल तो तब होती है की गरीब जनता , जब से देश आज़ाद हुआ है तब से पिस रही है  !!!! और चंद हज़ारों लोग देश में " दौलू से सेठ दौलत राम " बन गए ......????? करो फोज़ को ताकत वर , करो गरीब किसान की भूमि का संरक्षण , करो बेरोज़गारी ख़तम और करो सभी धर्मों का प्रचार बंद ...तो देखो जनता आपको कितना समर्थन देगी .....????? जब ऐसा कोई काम होता दिखाई नादे और टेक्स बढ़ते ही जाएँ तो जनता रोये नहीं तो क्या करे ... प्रणब  जी !!!??????? देश की इस हालात के लिए लोक तंत्र के चारों खम्भों पर अगर हम जिम्मेदारी डालें तो हम देखेंगे की सबसे ज्यादा " विधायिका " दोषी है , दुसरे नम्बेर पर " कार्यपालिका " तीसरे नंबर पर हमारा "मीडिया " और चोथे यानी सबसे कम दोषी हमारी " न्यायपालिका " है !!! मीडिया का तो ये हाल है की वो 70% देश के लोगों और वंहा पर हो रही घटनाओं के बारे में बताता तक नहीं ??? और तो और  सभी पार्टियों के 80% सांसदों और विधायकों के बारे में जनता को अवगत ही नहीं कराता ....??? और ढिंढोरा पीटता है की हम देश में जो लोक - तंत्र है उस के चोथे खम्भे हैं ?????? तो पाठको आप ही बताओ की आपकी इस के बारे में क्या राय है ??? तभी तो ये " सोशल मीडिया " पैदा हुआ है जिसे लोक तंत्र का पांचवां खम्भा कहा जाने लगा है !! फेस - बुक , ट्विटर और वेब साईटें  इसका माध्यम बनी हैं !! पूरा विश्व एक परिवार सा बन गया है !! आप भी हमारे ब्लाग और ग्रुप को आज ही बिलकुल फ्री ज्वाईन कीजिये और अपने अनमोल विचारों से हमें अवगत करवाएं !! अगर आप भी लेखन के शोकिन हैं तो आपका भी स्वागत है ! अगर आपकी कोई साईट या न्यूज़ पोर्टल है , और आपको हमारे ग्रुप या ब्लाग पर छपे किसी लेख के विचार पसंद हैं तो आप इन्हें फ्री शेयर कर सकते हैं !! हमारे ब्लाग और ग्रुप का नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " . LOG ON . www.pitamberduttsharma.blogspot.com. ज्यादा जानकारी हेतु बात करें --: ०९४१४६५७५११,01509-222768. तो जोर से बोलिए ...जय  -- श्री -- राम --!!!! 

Thursday, March 15, 2012

" तौबा ये मतवाली चाल..झुक जाये "मनु" सरकार.." !!

 "मतवाली चाल चलने और देखने वाले "सभी मित्रों को "चालबाजी "भरा नमस्कार पेश है , स्वीकार करें !! मित्रो मैं आज किसी फ़िल्मी हिरोइन की चाल के बारे में बात नहीं कर रहा हूँ , मैं तो हमारे प्रधान - मत्री सरदार मनमोहन सिंह , राजीव शुक्ल और संसदीय कार्यमंत्री श्री पवन कुमार बंसल जी की चाल की बात कर रहा हूँ । कई टी.वी.चेनलों पर संसद से बाहर आते हुए इनकी "क्लिप " दिखाई जाती है जिसमे तेज़ चलते हुए ये लोग कमरे की तरफ आते हैं । उसे देख कर बरबस मुंह से हंसी फूट पड़ती है , वो इस लिए की ये लोग दिखा ये रहे हैं की इनको काम की बड़ी व्यस्तता है और सरकार के हर कार्य के फैसले और काम इन्हें ही करने पड़ते हैं ..? जब की असलियत खुलकर अब बाहर आ ही गयी है !! बंगाल की शेरनी का एक मोहरा जिसे रेल मंत्री बनाया गया था बिना पूछे रेल बज़ट संसद में पेश कर आया , जिसे कांग्रेसियों ने "पीठ थपथपा "कर चने के झाड " पर चढ़ा दिया !! इस चाल को ममता जी समझ गयीं की मुना त्रिवेदी " देश भगत " बन गया है !! उन्होंने वन्ही से ऐसी गर्दन मरोड़ी की साड़ी सरकार "कांव -कांव " करने लगी !!??? वैसे जब से U.P.A.की दोबारा सरकार बनी है तभी से ये देखने में आया है की रोज़ नयी नयी " चाल बाजियां " चली जा रही हैं !!!! कभी मुलायम का समर्थन लेना , कभी माया को धमकी , कभी अन्ना को राज़ी करना तो कभी रामदेव को डंडे मारकर भगाना , सब इसी तरफ इशारा कर रहे हैं की इस सरकार में कोई ऐसा व्यक्ति या लोग आ गए हैं जो सारे मंत्री मंडल को और संगठन के पदाधिकारियों को ऐसी - ऐसी चाल-बाजियां समय समय पर सिखा रहा है की कभी द्विगविजय सिंह अजीब बयान दे देते हैं तो कभी राहुल गांधी पर्ची फाड़ हीरो बन जाते हैं !! इसका असर ये हो रहा है की ना तो कोई मंत्री अपनी " बुध्धि " अनुसार कार्य कर पा रहा है और ना ही अपने " मनु जी " ???? जो रोज़ किरकिरी हो रही है वो अलग !! किसके कहने से ये "होशियारी रुपी बेवकूफीया" करी जा रही हैं ???? अब तो हद ही हो गयी ...रेल मंत्री रेल बज़ट पेश करने के २४ घंटे के अन्दर ही अपनी कुर्सी गँवा बैठते हैं और कांग्रेसी प्रवक्ता हंस - हंस कर चेनलों पर कहते हैं की कुछ हुआ ही नहीं !! बेशर्मी की भी हद हो गयी ....??? अब सवाल ये उठता है की जनता ये सब कुछ होता हुआ देखती रहेगी या कोई निर्णय लेगी ???? क्या जनता के पास कोई निर्णय लेने की क्षमता भी है या नहीं ?  क्या सिर्फ वोट डालने के इलावा कोई चारा नहीं है ???? मैं कहता हूँ है जनता के पास शक्ति !! वोट के इलावा अगर जनता ऐसे नेताओं को " देखने जाना , उनके भाषणों को सुनना , और उनका स्वागत करना बंद कर दे तो ऐसे नेताओं के होश ठिकाने आ जायेंगे कुछ ही दिनों में !! लेकिन ये तभी हो पाएगा जब सारी जनता एक साथ सोच - समझ कर ये फैसला उठाये नहीं तो ये धूर्त नेता " बांटो और राज करो " का फार्मूला अपनाकर फिर हम पर राज करने में कामयाब हो जायेंगे और हम फिर "आरक्षण " के चक्कर में फंस जायेंगे !!! और जब वोट डालने का समय आये तो इन सारे पुराने नेताओं को रिटायर करदो चाहे वो किसी भी पार्टी जाती या इलाके के क्यों ना हो !!????? 2014 के संसदीय चुनावों में और आगे आने वाले विधान - सभा चुनावों में कसम खालो की एक भी पुराना नेता जितने ना पाए !! बोलो जय श्री राम !! 

Wednesday, March 14, 2012

" टेक्स नहीं दान लेलो देश हेतु ".......! ! ? ?

सभी दान देने वाले मित्रों को मेरा राम - राम ! दान देने का शास्त्रों में बड़ा महत्त्व बताया गया है !! वैसे टेक्स देने वाले को भी देने वाला ही कहा जाता है जिस से देश चलता है । मार्च के महीने में सरकार बजट पेश करती है। और टी.वी.चेनल वाले कयास लगा रहे हैं की किस प्रकार का और कितना टेक्स लगाया जाएगा ??? यानी " बकरा "झटका कर के खाया जाएगा या " हलाल " करके ??? दूसरी तरफ आज कल मीडिया में समाचार आ रहे हैं की लोगों के पास धन बहुत है । कभी समाचार आता है की किसी क्लर्क के पास करोड़ों रुपया मिला है तो कभी चपरासी के पास सोने के ढेर मिलते हैं । कोई कहता है की " मायावती बहनजी " के पास करोड़ों बढ़ गए बिना कोई काम किये तो कोई सोनिया जी को विश्व की प्रथम धनवान महिला बता रहा है ??? 90% B.P.L.कार्ड धारक लखपति हैं भारत में !! मिडल क्लास और अप्पर क्लास का तो कहना ही क्या ...??? तो फिर हमारे देश का बज़ट क्यों घाटे में जाए !! क्यों सुरक्षा व्यवस्था हेतु हम अमेरिका और जापान की तरफ हम देखें ??? क्यों बेरोज़गारी दूर करने हेतु हम अपने उपक्रम नहीं लगा पाते ??? क्यों रेलवे में सुविधाओं की कमी रहती है ??? क्यों देश के वैज्ञानिक अपनी खोज पूरी नहीं कर पाते ??? क्यों किसान मारा - मारा फिरता है ???? जनता टेक्स से परेशान है तो दान ले ले सरकार देश वासियों से तो सभी देश वासी ख़ुशी - ख़ुशी दे देंगे ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है !! कई बार इस देश की जनता ने देश खातिर कुर्बानियां दी हैं तो धन का सहयोग कोई बड़ी बात नहीं है !! 12O करोड़ लोग अगर ठान लें तो क्या नहीं हो सकता ??? लेकिन आवश्यकता है एक भरोसेमंद दान मांगने वाले व्यक्ति की .......जो आज इस देश में मिलना असंभव सा लगता है ....???????? बिना विश्वास के दान कैसे मिले इसी लिए शायद ये सरकार टेक्स लगा रही है और जनता के धन से " नेताओं - अफसरों - ठेकेदारों और व्यपारियों के घर भरते जा रहे हैं लेकिन आम आदमी की सारी उम्र रोटी कपडा मकान और बच्चों की शादियाँ करने में ही गुज़र जाती है !!चलाओ कोई ऐसी स्कीम की काला धन सफ़ेद हो जाएगा जितना कोई बताये उसका आधा ।। यानी प्यार का वादा फिफ्टी - फिफ्टी ????????????? सब कुछ हो सकता है अगर "नियत " हो तो ....??? बोलो जय श्री राम !! 

Tuesday, March 13, 2012

" सांसद - विधायक और विचारक नहीं , " जमूरे " पाल रखे हैं राजनितिक दलों ने " ??

मदारी का खेल देख चुके मेरे सारे समझदार मित्रो , प्यारा सा नमस्कार स्वीकार करें !! कल जब मैं बाज़ार से गुज़र रहा था तो अचानक डमरू की आवाज़ सुन कर चोंक गया , थोडा आगे जा कर देखा - तो एक मदारी डमरू बजा - बजा कर एक छोटे से लड़के से सवाल कर रहा था की जमूरे बोल तेरा नाम क्या है तो जमूरा बना लड़का बोला , उस्ताद रामू , मदारी ने फिर पूछा कौन सा खेल दिखायेगा जमूरा बोला जो आप कहो गे वोही , मदारी बोला नाचोगे जमूरा बोला हाँ हजूर ........!! इस तरह से खेल मनोरंजक होता चला गया और मैं न चाहते हुए भी सारा खेल देख कर और जमूरे को पांच रूपये देकर आगे निकला तो कांग्रेस के एक नेता मिल गए तो मैंने पूछा की उत्तराखंड में कौन मुख्यमंत्री बन रहा है ?? तो वो बोले जिसे सोनिया जी चाहेंगी वोही बनेगा । ठीक है बोल कर मैं आगे बढ़ा तो एक भाजपा का नेता मिला तो उनसे भी मैंने पूछा की भाई साहब गोआ में कौन मुख्यमंत्री बनेगा तो वो भी बोले की जिसे " संगठन " चाहेगा वो ही बनेगा !! तभी मेरे मन में ये विचार कोंधा की हम सब उस जमूरे कीतरह से क्यों अपने सारे अधिकार किसी एक व्यक्ति के हाथों में सोंप देते हैं ??? जनता जब हमें सांसद या विधायक चुन कर भेजती है तो हम अपनी बुध्धि से क्यों नहीं अपना नेता चुन सकते ?? क्यों " सांसद - विधायक और विचारक नहीं , " जमूरे " पाल रखे हैं राजनितिक दलों ने " ?? पांच सो पच्चीस सांसदों में से कितने अपनी इच्छा से कोई विधेयक या सुझाव ला सकते हैं , क्यों संसद में बहस के वक्त सारे पार्टी लाइन पर ही चलते हैं या हाज़िर ही नहीं रहते ??? चुन कर जनता भेजती है और वफादारी अपने हाई -कमांड की निभाते हैं क्यों ....??? कुछ तो विषय होने चाहियें जिन पर केवल सांसद या विधायक की अपनी ही राय मांगी जाय ...??? क्यों हज़ारों लोगों का नुमैन्दा एक जमूरा बन जाता है !! शायद इसी लिए लगभग सभी नेता अपना " सन्मान खोते जा रहे हैं !! पहले के समय में नेताओं का एक विशेष स्थान और विशेष सन्मान होता था , लेकिन अब तो महा - महिम राष्ट्रपति महोदया श्री मति प्रतिभा पाटिल जी को भी अपना अभी भाषण पूरा नहीं करने दिया जाता और वो भी हमारे माननीय सांसदों द्वारा जो की बड़े ही शर्म की बात है !! आम आदमी भी अपने व्यवहार को देखा देखि रूखा सा बना रहा है जो आगे जाकर हमारे समाज के प्रति नुक्सान दायक होगा !! इस पर चिंतन आवश्यक है !! मेरी दृष्टि में तो माता - पिता और शिक्षक इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं ......आपका क्या कहना है इस विषय पर ....कृपया केवल " लायिक " ही नहीं अपने अनमोल विचारों से भी हमें अवगत करवाएं ....:- आज ही लाग आन करे हमारा ब्लाग और ग्रुप जिसका नाम है :-" 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " ज्यादा  जानकारी  हेतु  संपर्क  करें :- ०९४१४६५७५११.  

Monday, March 12, 2012

" राखी - सावंत , बनी ब्रांड एम्बेसडर भारतीय बजट सेशन की "..!!

फ़िल्मी हिरोइनों और आइटम - गर्ल के सभी प्रशंसक मित्रो , आपको मेरा " दुआ - सलाम !! देश के इतिहास में आज एक नयी घटना जुड़ गयी !! जैसे ही कल मिडिया ने ये फैलाया की U.P.A. सरकार का बजट सेशन हंगामे दार होगा , सहयोगी ही विरोधी बनेंगे , तो सरकार के मेनेजर परेशान हो गए !! और आज जिस तरह से महा - महिम श्री मति प्रतिभा पाटिल जी ने अपना अभिभाषण पढना शुरू किया तो भारी टोका - टोकी शुरू हो गयी !! न केवल विपक्ष की तरफ से बल्कि सरकार के सहयोगियों की तरफ से भी !! तभी संसद के बाहर देश की प्रख्यात अभिनेत्री " राखी सावंत " प्रकट हुईं और हमेशा की तरह हमारा महान मिडिया उसे घेर कर खडा हो गया !! लगा सवाल पे सवाल दागने ......अब मिडिया के सवालों के जवाब तो बेचारी नहीं दे पायी क्योंकि इअतनी जल्दी साड़ी तैयारी तो हो नहीं सकती थी ...!! तो उस बेचारी ने जितना समझाया गया था उतना ही बोला की " मुझे पूरण विश्वास है की सोनिया जी की सरकार देश का बजट " अच्चा" यानी बढ़िया लाएगी , उन्होंने ये भी कहा की वो ये बिलकुल नहीं बताएगी की किन लीडरों से वो मिली " !! मिडिया ने बहुत कुरेदा लेकिन और कुछ नहीं उगलवा पाया की वो तो सिर्फ संसद देखने हेतु आई है !! इन नेताओं के दिमाग का हाल देखलो की जब सरकार के पक्ष में महा - महिम राष्ट्रपति जी माहोल नहीं बना पायी तो जनता को वरगलाने हेतु र्राखी - सावंत का उपयोग किया गया जो की बड़े ही खेद का विषय है ......!! आप क्या कहते हैं ....अपने अनमोल विचार हमारे ब्लॉग और ग्रुप पर जाकर लिखें जिसका नाम है :- "5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " आज ही ज्वाइन करें !!

" नसीहत - का इंजेक्शन " क्या काम करेगा ? ?

नसीहत देने के सभी रोगी मित्रों को मेरा नसीहत भरा नमस्कार !! " नसीहत देना " एक ऐसी बीमारी है जो विश्व के सभी देशों में पायी जाती है । बालक से ले कर बूढ़े, पढ़े लिखे हों या अनपढ़ , अमीर हो या ताकतवर ,गोरे हों या काले ,मजदूर हों या अफसर ,मर्द हो या ओरत सब इस खतरनाक रोग से ग्रस्त हो सकते हैं !! ये रोग ऐसा है की जिसको लग गया तो अंत तक रहता है !! मैं और मेरे जैसे कई लोग इस रोग से पीड़ित हैं ,कई नसीहत देने वाले तो अपने नाम से किताबें और ग्रन्थ भी लिख गए !!  ग्रंथों में ये भी लिखा है की बिना मांगे अगर आप किसी को नसीहत दोगे तो उस नसीहत की " कद्र " नहीं होगी !! फिर भी सभी फ्री में नसीहत दिए जा रहे हैं .....!! अमेरिका इरान को नसीहत दे रहा है की परमाणु बम्ब मत बनाओ तो भारत पाकिस्तान को नसीहत दे रहा है की आतंकवाद को प्रोत्साहन मत दो !! चाइना भूटान को ,रशिया अफगानिस्तान को आदि आदि !! सब एक दुसरे को नसीहतें दिए जा रहे हैं ! राजनितिक दल भी एक दुसरे को नसीहतें देते रहते हैं लेकिन मानता कोई नहीं !! अभी हाल में ही r.s.s. ने अपनी पार्टी भाजपा को नसीहत दे दी , ये कोई पहली बार नहीं हुआ , बल्कि समय - समय पर ऐसा होता रहता है !! लेकिन कोई सुनता नहीं .....???? फिर भी नसीहतें जारी हैं !! जब राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर मंडल अध्यक्ष तक r.s.s.की मर्ज़ी से ही नियुक्त होते हैं यंहा तक की चुनाव भी इस प्रकार से कराए जाते हैं ताकि r.s.s . की मर्ज़ी ही चले !!??? फिर नसीहतें क्यों , खुद ही सबक क्यों नहीं लेते ये r.s.s.वाले ??? अगर ये b.j.p. वाले नहीं मानते तो एक और पार्टी बनादो जो सीधा संघ कार्यालय से ही हर स्तर पर चले ....!! फिर तो राम राज्य आएगा ..या नहीं ...!!??? मैं कहता हूँ फिर भी राम राज्य नहीं आएगा ......!! आप पूछोगे की क्यों नहीं आयेगा , वो यूं नहीं आएगा --क्योंकि कलयुग चल रहा है भाइयो !! तो बोलो जय श्री राम !! आज ही खोलो मेरा ब्लॉग , जिसका नाम है " 5th pillar corrouption killer " और अपने विचार प्रकट करें !!    

Sunday, March 11, 2012

" बज़ट - मेरे घर का - हमेशां घाटे में रहता है "..??

सभी हिसाबी - किताबी मित्रों को मेरा नाप - टोल कर नमस्कार !! क्योंकि आजकल मार्च का महिना चल रहा है । सारे व्यपारी , नेता गृहणियां और घर का काम करने वाले मेरे जैसे बेरोजगार लोग अपना - अपना बज़ात बनाने में व्यस्त जो रहते हैं । व्यापारी अपने व्यापार का हिसाब - किताब को अंतिम रूप देते हैं की किसको कितना देना है किससे कितना लेना है और कितनी साल भर में व्यापार करने से बचत हुई ये देखता है व्यापारी !! गृहणियां और मेरे जैसे बेरोजगार लोग घर का बज़ात बनाते हैं की इस साल हमें कौन सा सामान सारे साल हेतु एकसाथ खरीदना है और कौन सा हर रोज़ खरीदना है ??? किसको साईकल दिलानी है और किसको कालेज में दाखिला दिलाना है , किसके कपडे सिलवाने हैं तो किसको बूट दिलवाने हैं ??? यही सोचने का विषय रहता है पूरी मार्च में । " बज़ट - मेरे घर का - हमेशां घाटे में रहता है "..?? न जाने क्यों ??? तीसरे हमारे देश के नेता ये भी मार्च के महीने में बहुत व्यस्त रहते हैं , देश के बज़ट हेतु विचार विमर्श करने में । वैसे तो ये शुद्ध वित्त - मंत्रालय का कार्य होता है , लेकिन प्रधानमंत्री की आड़ में बड़े व्यपारी यानी " कार्पोरेट्स घरानों " और हाई - कमांड यानी ...मैडम जी का भी बज़ात बनाने में पूरा सहयोग होता है !! सब मिलकर यही सोचते हैं की किस व्यापारी ने हमें चुनावों में ज्यादा चंदा दिया है उसके उत्पादों पर कम टेक्स लगाया जाए , किस चेनल के पत्रकारों ने हमारा फुल प्रचार किया है उसके लिए किस प्रकार से फायदा पंहुचाने वाला कार्य किया जाए । कुछ वस्तुएं बज़ात से पहले ही मंहगी करदो और कुछ बाद में .... !! निर्माण कार्य ज्यादा घोषित किये जाएँ जिस से ठेकेदार इन नेताओं को ज्यादा कमीशन  दे  सके !! जनता के बारे में सोचने हेतु ज्यादा समय किसी के पास नहीं होता ...!! हाँ जनता के नाम पर अपनी पार्टी को फायदा ज्यादा पंहुचाने हेतु ब्यान जरूर देते हैं ये नेता लोग !!!??? देश का बज़ट भी हमेशा घाटे में ही रहता है -----लेकिन घर के बजट और देश के बजट में इतना अंतर होता है की घर का बजट घर की जरूरतें भी पूरी नहीं कर पाता , अनथक प्रयास करने के बावजूद ....!!! और देश का बजट घाटे के बावजूद हमारे नेताओं को बिना कोई काम किये करोड़ पति बना जाता है बिना किसी ज्यादा प्रयास के ......क्यों और कैसे .....???? ये सोचनीय विषय है !!!!!!!! अफसर - नेता - पत्रकार और ठेकेदार चारों को अगर मिक्सी में डालकर मिला दिया जाए तो बनता है ....." माफिया " और माफिया का होता है एक " डIन " जिसके इशारे पर होते हैं ऐसे बड़े - बड़े काम जिनको अगर कानूनी रूप से करवाना हो तो लग जाते हैं कई साल .....??? इसी लिए आम जनता भी देती है रिश्वत , भागती है इन सफ़ेद वस्त्र धारी बदमाशों के पीछे - पीछे और फिर इनसे छुटकारा पाने की चाहत में करती है " मतदान " भी !! लेकिन फिरभी ये बदमाश लोग निर्दलीय लोगों को मंत्री पद का लालच देकर अपनी सरकार बना लेते हैं क्यों ....??? जैसे उत्तराखंड में जनता ने किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं दिया तो वंहा क्यों राष्ट्रपति - शासन नहीं लगाया जाता क्यों भरष्टाचार का मौका दिया जा रहा है ??????????????????????????????????? आप ही बताइये न ..........सिर्फ " लाइक " करके मत निकल जाइये ....जनाब !! अपने अनमोल विचार भी हमारे ब्लॉग या ग्रुप पर जाकर लिखिए ...जिसका नाम है " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " इस पर जाइये और लाग आन करिए www.pitamberduttsharma.blogspot.com. इसके " फालोअर " बने और आज ही जोइन करें !! अगर पसंद आये तो अपने मित्रों से भी " शेयर " करे !! धन्यवाद !! मेरा पता और मेरा मोबाईल नंबर मेरी प्रोफाइल में देखें !!

Friday, March 9, 2012

" पंडित जी - मेरे मरने के बाद , बस ! इतना कष्ट उठा लेना " .....! !

पंडितों और पंडिताइनों के पास अपना - अपना कष्ट लेकर जाने वाले मित्रो, शुभ - नमस्कार !  आजकल तो तथाकथित आधुनिक पत्रिकाओं ने लोगों को कुछ हद तक पंडित-ओझा के पास लोगों का जाना बंद करवा दिया है, किन्तु दस- पंद्रह साल पहले अपनी लगभग सारी समस्याओं का हल पूछने लोग किसी पंडित-मौलवी-या किसी ओझा के पास जाते थे । उस समय " मनोचिकित्सक " यही लोग हुआ करते थे । इनके पास कोई प्रमाणिक दवाई तो नहीं होती थी ये बस झाड-फूंक, दान,धागा और पवित्र - जल से अपना काम चला लेते थे । और लोग लगभग ठीक भी हो जाया करते थे !! तभी आधुनिकता आई अनेकों प्रशन अपने साथ लायी !! अब भारत में समस्या पैदा हो गयी यंहा तो सिखाया ही यही जाता है की प्रशन मत करो बस श्रध्दा रखो ......तो बेडा पार हो जाएगा !!!बस ! यंही से टकराव शुरू हुआ " पौराणिकता और आधुनिकता "में .. अब हालत ये हो गयी है समाज की की पूछो मत ??? कोई किसी का कहना ही नहीं मानता , बाप बेटे से परेशान तो माँ बेटी से , अफसर कर्मचारी से परेशान तो नेता जनता से , मरीज़ डाक्टर से तो वकील मुवक्किल से ....हर तरफ सवाल ही सवाल ????????????????? सब बिना किसी " लगाम और लगान " के घूम रहे हैं और कोई पंडित ,न आधुनिक और न ही नए अरोड़े बनिए से पंडित बने के पास कोई संतुष्ट कर पाने लायक कोई जवाब है !! तभी तो " अन्ना , राम देव ,श्री श्री रवि शंकर और धार्मिक वक्ता भी फेल हो रहे हैं , नेताओं की तो और भी ज्यादा मिटटी पलीत है !! सबसे ज्यादा हमारा " युवा " खोखला " हो रहा है! वो तरह - तरह के नशे और चोरी करने लग गया है !! सेक्स की तरफ जल्दी ध्यान देने लगा है !! अश्लील साहित्य,फिल्मे,टी.वी . धारावाहिक  और पोर्न साईटें-आज के युवा को मंद बुध्धि बना रही हैं !! सरकार को अपने नेताओं की "इज्जत " का ख्याल तो है लेकिन देश का भविष्य बिगड़ रहा है इसकी रिपोर्ट उस के पास नहीं क्यों ??? ये बड़ा ही ज्वलंत विषय है इसे हर जागरूक नागरिक को हर संभव स्तर पर उठाना चाहिए !! जो भी इसे पढ़े वो अपने मित्रों को अवश्य शेयर करे !! ताकि ये सन्देश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पंहुच पाए ।। नहीं तो सबको ये बोलना पड़ेगा की ....." पंडित जी मेरे मरने के बाद , बस ! इतना कष्ट उठा लेना , मेरे मुंह में गंगा जल की जगह , थोड़ी मदिरा टपका देना ..!! इतने हम नशे के आदि हो जायेंगे ...!! लेकिन मेरा मानना है की हम जागेंगे और जगायेंगे , नशे को दूर भागायेंगे !! मैंने स्वयं पिछले दो वर्षों से सब प्रकार के नशे छोड़ रखे हैं तभी मैं आपसे निवेदन कर रहा हूँ !! सभी मित्रों से ये भी निवेदन है की आप सब मेरे ब्लाग और ग्रुप जिसका नाम " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER "है, को आप ज्वाइन करें या फालोअर बने , अपने अनमोल विचार भी इन पर छपे लेखों पर प्रकट करें !! आज ही लाग - आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com. और शेयर करें कामेंट्स करें !! बोलो जय श्री राम !!  

Tuesday, March 6, 2012

"अखिलेश बना युवराज "! " कांग्रेस - भा.ज.पा. की भैंस ... गयी पानी में " ??

समझदार मित्रो , राम - राम !! भाइयो और भाभियों , देवता तो बहुत सारे हुए हैं लेकिन हमारे राम जी का एक अलग ही स्थान है !! जब आदमी " सत्य " से मिलाप करता है तो उस समय सिर्फ राम जी का नाम ही साथ में जुड़ता है , और कहा जाता है की " राम - नाम सत्य है " सत्संग में आये लोग चाहे कीर्तन में न बोले , लेकिन शव - यात्रा के समय सब बोलते हैं क्योंकि उस समय मरने का डर भी कंही न कंही मन में होता है !! उत्तर प्रदेश देश का सब से बड़ा राज्य है , जिस तरह से पोस्ट - पोल वाले कुछ लोगों से पूछ कर अपना अंदाजा लगा लेते हैं उसी तरह से उत्तर प्रदेश के चुनावों से सरे देश की भावनाओं को समझा जा सकता है !! उत्तर प्रदेश में दोनों राष्ट्रीय पार्टियां अपनी " इज्जत " गवां बैठी हैं , चाहे कहने को कांग्रेस के पास मणिपुर की जीत और बी.जे.पी. पास पंजाब और उत्तराखंड के नतीजे हैं , फिर भी जनता ने बता दिया है की अगर तुम दोनों पार्टियां संसद में मिल कर चलोगी तो नतीजा भी तुम्हारा एक जैसा होगा !!!! धर्म को जितना इन दोनों पार्टियों ने पर्योग करके खराब किया है उतना किसी ने नहीं किया !!!! विश्व में धार्मिक लोगों और धार्मिक बातों या असूलों को ही डराने वाली वस्तु  समझ लिया जाने लगा है ???? जबकि पहले इन्हें पूजा जाता था !! किसी भी पार्टी को किसी भी धर्म की चर्चा तक नहीं करनी चाहिए ,परन्तु इनके नेता तो मुल्लाओं और डेरे के महंतों के पाँव पकड़ कर फोटो खिंचवाने लगे !!!!! जबकि इन महंतों और मुल्लाओं को राजनीती के बारे में कुछ नहीं बोलना चाहिए ...???? जनता ने इन राष्ट्रीय पार्टियों के मुंह पर एक ज़ोरदार थप्पड़ रसीद किया है ....चाहे ये माने या न माने ...!!! प्रादेशिक पार्टियों के युवराज सुखबीर बादल और अखिलेश यादव देश के नए हीरो उभर कर आये हैं । क्योंकि उत्तर प्रदेश बड़ा है और बहु - भाषी है इसलिए अखिलेश का महत्त्व ज्यादा है !! अगर उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह जी सी. एम्. बनते हैं तो राष्ट्रीय राजनीति में अखिलेश देश का " भविष्य " हो सकते हैं !! कांग्रेस में तो थिंक टेंक कोई है नहीं वंहा तो सोनिया जी एक मात्र देवी हैं ,और राहुल-प्रियंका दो गुरु हैं बाकी सब गुनाहगार गलत काम करने वाले , भारी कमियों वाले नेता हैं , जो अपनी हमेशां की तरह गलत काम होते ही किसी के कहने से पहले ही मानने लग जाते हैं जैसे गलती जिसकी साबित हो जायेगी उसे कोई इनाम मिलना हो ....?? बात करेंगे भाजपा की .......वंहा एक से एक बड़े विद्वान हैं जो कहते तो कार्यकर्ता को पार्टी की रीढ़ हैं लेकिन मानते उसे कुछ नहीं ...!! भाजपा के नेत्रित्व और तथाकथित रूप से पार्टी में कोई दखल नहीं देने वाले संगठन को पिछले पंद्रह सालों से " शातिर और बे - ईमान " लोग ही पसंद आ रहे थे .....?? शायद वो इसलिए क्योंकि कांग्रेस भाजपा के लिए हमेशा प्रेरणा स्रोत रही है कई विषयों में ....??? " चिंतन - मनन " करने वाली पार्टी के संगठन को इतनी सी बात समझ में नहीं आ रही की " इश्क - मुश्क " कभी भी छिपाए नहीं छिपते ....? फिर ये बात क्या किसी को पता नहीं चलगी की  r.s.s. ही भाजपा को चलाती है ....??? मैं तो 1975 से ही संगठन वालों को ये सुझाव दे रहा हूँ की R.S.S. को अब अपना राजनितिक दल भी गठित कर लेना चाहिए जो सीधा "सर -संघचालक " जी के निर्देशन में चले और सिर्फ संगठन - मंत्री ही नहीं पूरी पार्टी ही संगठन का हो ...!! फिर " सत्ता और संगठन " में लड़ाई भी नहीं होगी ...क्यों ????आप क्या कहते हैं ??? आइये आप भी हमारे ब्लाग और ग्रुप के सदस्य बने जिसका नाम है :- 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " अगर आप लेखक हैं तो आप भी इसमें अपने लेख लिख सकते हैं । और आपकी कोई प्रति क्रिया है तो वो भी आप हमारे ब्लॉग पर जा कर लिख सकते हैं या ज्वाइन भी कर सकते हैं । लाग - आन करें :- www.pitamberduttsharma.blogspot.com. और अपने अनमोल विचारों से हमें अवगत करवाएं ।।या फोन करें :- ०१५०९-२२२७६८,09414657511.   

Monday, March 5, 2012

एक और एक होंगे अब -- " ग्यारह "....!!!!!

आदरणीय पाठक मित्रो,प्यार भरा नमस्कार स्वीकार करें जी !! आज आपके और मेरे लिए एक खुश खबरी है !! वो ये की कुमारी सुकृति शर्मा जो पत्रकारिता में बी.ऐ.करचुकी है " लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी जालंधर से और इस समय वो एम्.ऐ. कर रही है पत्रकारिता में पटियाला यूनिवर्सिटी से । वो ट्रेनिग के रूप में राजस्थान पत्रिका श्री गंगा नगर , ई.टी.वी. जयपुर और टी.वी.24. चंडीगढ़ में काम कर चुकी है । और अपने काम की प्रशंसा पा चुकी है । उसने हमारे ब्लॉग और ग्रुप " 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " हेतु लिखना स्वीकार कर लिया है , जो मेरे और आप सब मित्रों के लिए बड़े हर्ष की बात है । होली के पश्चात वो अपनी सेवाएँ इस ब्लॉग पर देनी शुरू करेंगी । पाठकों को अब मेरे बूढ़े विचारों के साथ नोजवानों की सोच का भी पता चलेगा !! हमारे मित्रों और पाठकों की संख्या पूरे विश्व में बढती ही जा रही है !! जो बड़े ही हर्ष की बात है !! हमारे पाठकों की संख्या 50,000 से ऊपर लांघ गयी है !!मैं इस ब्लाग पर हर बुधवार और रविवार को लिखता हूँ जिसे आप सब मित्र पसंद करते हो !! अब तक 145 लेख लिखे जा चुके हैं जिसे विश्व के 15. देशों के पाठक अपनी प्रति क्रियाएँ देकर हमें अनुग्रहीत कर चुके हैं !! अगर आप में से कोई पाठक भी इस ब्लाग और ग्रुप से जुड़ना चाहे तो उसका स्वागत है जो किसी भी क्षेत्र या विषय पर लिखना जानता हो जैसे " राजनीति , खेल , विदेश - निति , सामाजिक सरोकार या सेनिकों सम्बन्धी विषय । आप कभी भी कार्यालय के समय यानी सुबह 10 .बजे से शाम 5. बजे तक इस नंबर पर फोन करें !01509 - 222768./09414657511 बात करने के बाद आप अपनी " कृति " हमें भेज सकते हैं जो हम अपने ब्लॉग पर लगा देंगे !! सुश्री सुकृति शर्मा किन किन विषयों पर लिखेंगी वो हम आपको होली के बाद में बताएँगे !! पहले आप हमें बताएँ की आपको हमारा काम कितना पसंद आ रहा है !! आपकी प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा में आपका अपना .......मित्र पीताम्बर दत्त शर्मा , सूरतगढ़ राजस्थान ! आज ही लाग आन करें www.pitamberduttsharma.blogspot.com.  

Sunday, March 4, 2012

होली के दिन दिल मिल जाते हैं , रंगों में रंग खिल जाते हैं !!


 होली नहीं खेलने वालो मित्रो और सहेलियों , प्यार , प्यार और सिर्फ प्यार स्वीकार हो !! जी हाँ स्वीकारोक्ति अति आवश्यक है जी , अगर सोनिया जी स्वकरोक्ति ना दें तो हमारे पी.एम्. साहिब की क्या मजाल की वो कोई आदेश दे दें ??? इसी तरह से अगर सभी मित्रों और सहेलियों की स्वीकारोक्ति न हो तो प्यार का एक तरफा खेल का मज़ा ही नहीं आता ...??तभी तो सयाने लोग फार्म गए हैं की " एक हाथ से कभी ताली नहीं बजती " !! होली के दिन जो एक तरफ के हाथ किसी भी कारण से रुके होते हैं वो भी " ताली " बजाने को अपनी सहमती इस एक दिन हेतु दे देते हैं !! इसी लिए तो हमारे देश के मशहूर शायर साहिब जनाब जावेद अख्तर जी ने लिखा है की "होली के दिन मिल जाते हैं , रंगों में रंग खिल जाते हैं "!! जवान हो या बूढी घोड़ी तो यारो घोड़ी ही होती है ???? अरे यारो ये क्या लिख गया मैं ???? माफ़ करना जी , मैंने तो आज से ४ दिन पहले ही अपने मित्रों को बोल दिया था की मुझ पर फागुन का रंग चढ़ चूका है , इसलिए मैं अपने आपे मैं नहीं हूँ , कोई मित्र मुझे छेड़ना नहीं आज कल मैं शर्म फ्री हूँ !! चलिए आगे बढ़ते हैं बात दिल मिलने की हो रही थी , कल मैंने एक पोस्ट लिखी जिसमे आज कल के हालात के साथ - साथ थोडा खुला लिख दिया था ! और साथ मैं मैंने मेरी एक फोटो भी लगा दी थी , जिसमे मैं और मेरी बेटी जैसी साली थी , उस साली का रिश्ता मैं अपने भांजे के साथ करवाना चाहता हूँ , बात अभी शुरू ही हुई है और दोनों परिवारों की मुलाकात अभी मैंने ही करवानी है !! मज़े की बात देखिये इस पोस्ट के लगने के बाद मेरा भांजा मुझसे फोन पर बोला , मामा जी आप उसका फोटो हटा दीजिये , ये आपने क्या उलट - पुलट लिख दिया है ??? और उसकी फोटो लगा दी जिसकी मेरे साथ बात पक्की होनी है !! मैंने कहा जो हुकम जी अभी हटा देते हैं और मैंने हटा दी , शुक्र है की किसी मित्र की नज़र उस फोटो या पोस्ट पर नहीं पड़ी नहीं तो मेरा भांजा पता नहीं मेरा क्या हाल कर देता जी ....!! डर  लगता है आजकल !!??  यानी अभी से दिल मिल गए !! मैंने अपनी ससुराल में फोन पर कहा भाई बधाई हो , मेरा भांजा तो अभी से " नज़र रखने लग गया है !! वैसे भाई मैं आप सबको बतादूँ की मैंने अपनी फ्रेंड लिस्ट में अपनी बेटी और बेटे सहित सभी रिश्ते दरों को भी जोड़ रखा है । मेरी जिंदगी एक खुली किताब है । मैं न तो कभी झूठ बोलता हूँ , और नहीं किसी असूल को तोड़ता हूँ !! बस खुले दिल और दिमाग वाला हूँ .....रजामंदी से सबसे प्यार कर सकता हूँ और अगर कोई रजामंद ना हो तो मैं बात भी करना पसंद नहीं करता !! सब मेरे दोस्त हैं और दोस्तों में कोई " दीवार " नहीं होनी चाहिए क्यों ...?? किसी के भी बारे में हमें अपनी कोई राय जल्दी से नहीं बना लेनी चाहिए , क्योंकि हमें पता नहीं होता की वो किस सन्दर्भ में क्या बात कर रहा है ....समझ आने में भी कई दफा टाईम लग जाता है ..., ये कोई जरूरी तो नहीं की हर एक को हर बात फ़ौरन समझ आ जाए ...???? तो मित्रो और सहेलियों भूलो सब तनाव , और दो अपने हाथों को इजाज़त की वो दुसरे हाथों के संग जाकर " तालियाँ " बजाएं ....और जय श्री कृष्णा बोले..........!! राधायें .....भी जाएँ ....नाचे गायें ....." रास " रचाएं ......!! अगर आप मेरे ग्रुप और ब्लाग पर अपने अनमोल विचार लिखना चाहें तो कृपया लाग आन करें .. www.pitamberduttsharma.blogspot.com. या फोन पर बात करें ....:- ०९४१४६५७५११.

Friday, March 2, 2012

अपने तो खेलो होली "अब दिखाया जाएगा , " साम्प्रदायिक शक्तियों का भय "???

सभी रंगीन मिजाज़ दोस्तों को फागुन के रंगों से भरा नमस्कार !! देश के ५ राज्यों में चुनाव हो चुके हैं , इस दोरान देश की जनता ने कई तरह के रंग देख लिए हैं , जैसे पैसे का , शराब का , गुंडागर्दी का , चुनाव आयोग से लेकर आम आदमी तक को धमकाने का , और फिर माफ़ी मांगने का इत्यादि इत्यादि । बीच - बीच में अना की टीम भी पधारी , उन्होंने जब कहा की संसद में चोर , बलात्कारी और लुटेरे भरे पड़े हैं तो साड़ी पार्टियों के नेता लगे धमकाने बेचारे केजरीवाल को , बोले की केस करदो , इसे जेल भेज दो आदि आदि ।  लेकिन जेल भेजा किसी ने नहीं , कोई उसे पहले बी.जे .पी.का बता रहा था तो कोई अब उसे कांग्रेस का आदमी बता रहे हैं , लेकिन बे-इमानी , चोरी , भ्रष्टाचारी इस देश से कैसे दूर हों ये बात कोई नहीं करता ????? मीडिया भी अपना रोल सही नहीं निभा पा रहा है । क्योंकि अब वो व्यवसायी हो गया है ??? चुनाव ख़तम होने के बाद सब नेता २ दिन तो अपनी ही पार्टी को जिताएंगे चाहे कुछ भी हो जाए !! फिर अगर बी.जे.पी. के पक्ष का चुनाव रिसल्ट आ गया तो तथाकथित सेक्लर नेता और सरकारी पैसों पर पलने वाले समाजसेवी और पत्रकार सब मिलकर शोर मचाने लगेंगे ! अब दिखाया जाएगा , " साम्प्रदायिक शक्तियों का भय "??? और अगर किसी को बहुमत नहीं मिला तो ये सारे चोर साम्प्रदायिकता के नाम पर इक्क्थ्ठे हो जायेंगे ! जबकि जनता किसी को भी चुनना नहीं चाहती है और न चुने गी !! मेरी भविष्य वान्नी  ये है की U.P. और पंजाब में इस बार " हंग " असेम्ब्लियाँ ही चुनी जायेंगी !! बाकी राज्यों का मुझे पता नहीं जी ।। अपने तो भाइयो होली के रंग में डूब चुके हैं , सभी मित्रों को २ दिन पहले ही सूचित कर दिया था की मैं होली के रंग में डूब रहा हूँ , किसी को कुछ गलत कॉमेंट्स करदूं तो माफ़ करना , माफ़ नहीं करोगे तो क्या कर्लोगे ????? इस देश में तो चुनाव आयोग तक किसीका कुछ नहीं उखाड़ सकता आप तो हो ही क्या चीज़ ........मेरे दोस्त !! भांग पी कर मस्त हो जाओ !!! कोई मित्र या सहेली मेरे इस लेख पर अपने अनमोल या मोल्वाले विचार प्रकट करना चाहे तो मेरे ग्रुप और ब्लॉग पर जाकर टाईप कर सकता है , जिसका नाम है ..." 5TH PILLAR CORROUPTION KILLER " LOG ON .. www.pitamberduttsharma.blogspot.com. बात करना चाहें तो डायल करें ०९४१४६५७५११. तो बोलो जय शंकर की .........!!!!!!!  

"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)

प्रिय पाठक मित्रो !                               सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...