प्रिय मित्रो और मित्र वालियों , मित्रता रुपी प्रेम से भरा नमस्कार स्वीकार करें !! दो दिन पहले भारत के कानून मंत्री श्री नहीं जनाब सलमान खुर्शीद साहिब ने एक " जनसभा " शायद उसमे सभी मुस्लमान ही शामिल थे इसी लिए भारत के मंत्री जोश में आ गए , और बोले की " चाहे मुझे फांसी पर -.-.-.-. लटका दो "...?? तो भी मैं मुसलमानों के हक की खातिर बोलूँगा तथा एक दिन बाद वो फिर बोले की बतला हॉउस के नकली एन्काउंटर की तस्वीरें देख कर " सोनिया " जी रो पड़ीं ????? अब वोट लेने हेतु थोडा बहुत तो उलट - सुलट बोलना पड़ता है जो फ़िल्मी डायलाग जैसा लगे क्यों ???? लेकिन ये ससुरे चुनाव आयोग वाले और बाकी कंग्रेस्सी लोग फटा - फट लगे विरोध करने .....। दो - तीन दिन रुक नहीं सकते थे ??? मैं भी माफ़ी - साफी मांग के बात रफा - दफा कर देता !! परन्तु नहीं जी तुरंत प्रतिक्रिया चाहिए इन ससुरे मिडिया वालों को तो ??? लग पड़े गीत गाने और करवा दी मेरी शिकायत !! पहले तो ये पत्रकार लोग ऐसे - ऐसे प्रशन पूछते हैं अगर जवाब दे दो तो कहते हैं की देखो जवाब दे दिया ....? और अगर नहीं बोलो तो बोलते हैं की देखो बोल पडा ??? अब बेचारा नेता या मंत्री करे भी तो क्या करे ?? एक मुसल मान ही तो हैं जिनको हम कांग्रेसियों ने पिछले ६२ सालों से मुर्ख बना रखा है , वोही तो बचे हैं जो हम पर थोडा विश्वास करते हैं बाकी तो कोई माया जी पर विश्वास करता है तो कोई मुलायम जी पर हिन्दुओं पर तो सिर्फ r.s.s. का ही विश्वास कायम है !! ये पत्रकार लोग इन मुसलमानों को भी नहीं समझाने देते !! एक " आरक्षण " नामक झुंझना ही तो है अब हमारे पास जिनसे हम हिन्दुओं की जातियों को भी तोड़ सकते हैं और मुसलमानों को भी बहका सकते हैं ??? इन पत्रकारों और समाजसेवियों ने तो लोगों को कुछ ज्यादा ही समझदार बना दिया है !! जिधर देखो आज उधर गरीब से गरीब आदमी भी चुनाव लड़ने की बात करता है ??? इतनी मुश्किल से तो हम नेताओं ने इन चुनावों को लाखों - करोड़ों का खेल बनाया था ??? आम आदमी तो दस - पंद्रह दिन जीपों में घूम कर , बढ़िया भोजन करके और दारु पीकर अपने आपको नेता के बहुत करीब समझने लगता था ??? और हम उसे बेवकूफ बनाकर अपना " उल्लू " सीधा कर लिया करते थे ???? अब हर कोई r.t.i. और लोकपाल की बात करता है !!मत्री जी मन ही मन सोचे जा रहे थे की इस सब के साथ - साथ पार्टियों के केंद्रीय नेत्रित्व को हम जैसी सांसद और विधायक रुपी भेड़ें कन्हा से मिलेंगी जो सिर्फ " हाँ जी " ही बोलना जानती हैं , अपने आकाओं के आगे प्रशन करना नहीं जानती ??? नए - नए सयाने लोग अगर जीत जायेंगे तो इन्ही हाई - कमांड नेताओं को ही मुश्किल होगी हमें क्या ??? इस प्रकार से जनाब सलमान खुर्शीद साहिब ने आज से अपना मुंह पत्र्लारों के सामने बंद कर लिया है , अब वो चुप रहेंगे और सिर्फ यही गीत गायेंगे की ......" हम बोलेगा तो ..बोलोगे की बोलता है ..! एक मेंम साब हैं ......??? आप तो बोलो जय श्री राम जी !! ज्यादा मज़े मत लो हाँ ......????? और नहीं तो क्या ....?? अगर मेरे विचार आपको बढ़िया लगते हों तो बस आज ही ज्वाईन कीजिये हमारा ब्लॉग या ग्रुप , जिसका नाम है " 5th pillar corrouption killer " . इसे हर बुधवार और रवि वार को पढ़ें , बढ़िया लगे तो अपने सभी मित्रों को शेयर करें और चाहें तो अपने अनमोल विचार भी लिखें । आपका बहुत - बहुत धन्यवाद !! ज्यादा जानकारी हेतु डायल करें:- ०९४१४६५७५११.पीताम्बर दत्त शर्मा .
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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)
प्रिय पाठक मित्रो ! सादर प्यार भरा नमस्कार !! ये 2020 का साल हमारे लिए बड़ा ही निराशाजनक और कष्टदायक साबित ह...
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