पाठक मित्रो,नमस्कार! आज केन्द्रीय रेल मन्त्री सु श्री ममता बनर्जी ने रेल बजट लोकसभा मे पेश किया!! पक्ष ने कहा क्या बजट है,विपक्ष ने भी कहा कि क्या ये बजट है??सब बन्गाल को ही दे दिया ,बजट भाषन पढते हुए मन्त्री जी ने कहा कि जिसको अलग से कोइ रेल चाहिये तो मुज्हे बाद मे मिले !!उन्होने ये भी कहाकि लोग मेरी बुरायी ज्यादा करते हैं !मैने इस रेल बजट को और् ही नज़रिये से देखा ,मेने देखा कि पिछले सात रेल मन्त्रियो ने अपने प्रदेश को ही प्रमुखता दी है, ये संकीर्न सोच देश के लिये घातक है ,अगर देश के सारे केन्द्रीय मन्त्री अपने इलाके ,धरमऔर् जातियो से बाहर नही निकल सकते तो क्या ये देश के साथ् गद्दारी नही ??वोटो के लिये हम कितना गिरेन्गे?? भगवान् ही बचाये !!
FIGHT ANY TYPE OF CORRUPTION, WITH "PEN"!
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"निराशा से आशा की ओर चल अब मन " ! पीताम्बर दत्त शर्मा (लेखक-विश्लेषक)
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